चंदौली के इन 30 गांवों में बाढ़ का खतरा, परेशान हैं लोग
 

सोमवार की देर रात से गंगा का पानी स्थिर होने से लोगों में थोड़ी राहत है, लेकिन यह जल स्तर फिर से बढ़ने की उम्मीद है।
 

चंदौली जिले में बाढ़ का कहर जारी है। अब तक जिले में तकरीबन 30 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। अब लोग गांव छोड़कर प्रशासन की ओर से बनाए गए राहत शिविरों में दिनरात गुजार रहे हैं। लोगों को भोजन तो शिविर में मिल रहा है, लेकिन पशुओं के सामने चारे का संकट गहरा गया है। सोमवार की देर रात से गंगा का पानी स्थिर होने से लोगों में थोड़ी राहत है, लेकिन यह जल स्तर फिर से बढ़ने की उम्मीद है।

कहा जा रहा है कि अब तक बाढ़ से हरे चारे, सब्जियां और धान, बाजरा सहित अन्य फसलें डूब गई हैं। सोमवार को गंगा का जलस्तर 72.9 मीटर रिकार्ड किया गया था। गंगा बाढ़ के उच्चतम बिंदु 73.901 मीटर की ऊंचाई से एक मीटर नीचे बह रही है। पानी स्थिर हुआ है तो संभावना जताई जा रही है कि अब राहत मिल सकती है। 

जानकारी के अनुसार बाढ़ से अब तक नियामताबाद ब्लाक के रतनपुर, मढ़िया, बहादुरपुर, कुंडा खुर्द, कुंडा कला, मवई कला, बखरा गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है। वहीं चहनिया ब्लाक में चहनिया, हसनपुर, तिरगांवा, नादी, निधौरा, सरैया, विजयी का पुरा, गणेश का पुरा के अलावा धानापुर ब्लाक में निघौरा, हिंगुतरगढ़, प्रसहटा, नगवा, रायपुर सहित कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।