देखिए विधायकजी, आपके इलाके में घटिया स्तर का हो रहा है काम, ठेकेदार दे रहा नेताओं को गाली
 

नंबर 3 के ईंट लगाए जाने तथा खराब मसाले से जोड़े जाने पर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
 

सैयदराजा विधानसभा में घटिया निर्माण कार्य

लोग कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन

नेताओं व अफसरों से जांच कराने की लगा रहे गुहार

चंदौली जिले के बरहनी ब्लॉक के तेंदुहान गांव में भारत सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जलकल योजना के अंतर्गत लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए शुरू किए गए काम में ठेकेदारों ने पलीता लगाना शुरू कर दिया है। इसके अंतर्गत 3 ग्राम सभाओं को पानी देने की तैयारी है। पेयजल योजना की बाउंड्री में नंबर 3 के ईंटों को लगाए जाने तथा खराब मसाले से जोड़ाई को लेकर ग्रामीणों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया किया। साथ ही मामले में जांच करने की अधिकारियों से गुहार लगाई। साथ ही विधायक सुशील सिंह का भी ध्यान खींचने की कोशिश की है। 

बता दें कि चंदौली जिले के बरहनी ब्लॉक स्थित तेंदुहान गांव में जलकल योजना के अंतर्गत सभी को पीने के लिए साफ आरओ युक्त पानी मुहैया कराने के लिए भारत सरकार के जलकल योजना को शुरू किया है।  जिसके अंतर्गत तेंदुहान गांव में पानी की टंकी बनाए जाने के लिए बाउंड्री का कार्य चल रहा है, जिसमें नंबर 3 के ईंट लगाए जाने तथा खराब मसाले से जोड़े जाने पर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।

लोगों का कहना है कि बाउंड्री हवा से हिलती देखकर गुस्से में आ गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि इस बाउंड्री से लोगों की जान को खतरा है। हवा से हिलने वाली दिवाल यदि गिर जाती है तो लोगों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है । वहीं इन सब मामलों को लेकर ग्रामीणों ने पहले तो इस कार्यदाई संस्था के ठेकेदार से बात की तो उन्होंने इस मामले को सुनने के बजाय जनप्रतिनिधि को गाली देना शुरू कर दिया। साथ ही कहा कि जो करना है सो कर लीजिए। यहां तो ऐसे ही बनेगी। 

वहीं ग्रामीणों में आक्रोश देखने के दौरान मौके पर पहुंचे कांग्रेसी नेता रजनीकांत पांडेय ने बताया कि घटिया स्तर का कार्य ठेकेदार के द्वारा कराए जाने के कारण लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है और ठेकेदार के द्वारा जनप्रतिनिधियों पर सवालिया निशान लगाए जाने से सत्ता पक्ष के नेताओं पर भी सवालिया निशान उठ रहा है।  

इस संबंध में जब अधिकारियों से शिकायत की गई तो मौके पर पहुंचे अधिकारी द्वारा मामले की जांच करने के बजाय लीपापोती करने का अंदाज दिखा है। अब देखना है कि क्या इन ग्रामीणों के विरोध के बाद जलकल योजना के अंतर्गत बनने वाली पानी टंकी मजबूती के साथ बनती है या ऐसे ही कोरमपूर्ति की जाती है।