मैं भी दावेदार : पिछड़ी सीट होने पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं संतोष कश्यप, 32 साल से लगे हैं पार्टी के साथ
सरकार के द्वारा नामित सभासद का दावा
पिछड़ी सीट होने पर करेंगे दावेदारी
चंदौली नगर पंचायत का चुनाव लड़ने की तैयारियां तेज
चंदौली जिले में नगर पंचायत के चुनाव को लेकर तमाम तरह की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वहीं पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं द्वारा भी चुनाव लड़ने की तैयारी करते हुए अपनी दावेदारी पेश की जा रही है। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी में पता चला है कि भारतीय जनता पार्टी के लगभग डेढ़ सौ से अधिक दावेदारों ने नगर पंचायत और नगरपालिका के चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। इसी क्रम में चंदौली नगर पंचायत के नाम सरकार द्वारा नामित सभासद संतोष कश्यप ने भी अपनी दावेदारी जाहिर करते हुए चंदौली समाचार के साथ खास बातचीत की और उन्होंने कहा कि अगर चंदौली नगर पंचायत की सीट पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित होती है तो वह अपनी दावेदारी पेश करेंगे और अगर किसी अन्य जाति के लिए आरक्षित होती है तो वह उसका समर्थन करेंगे।
ऐसा है राजनीतिक सफरनामा
संतोष कुमार कश्यप चंदौली जिला मुख्यालय पर अपना एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान चलाते हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी के साथ 1990 से जुड़े हुए हैं। कार्यकर्ता के रूप में शुरू हुआ इनका सफर आज भी जारी है। 1994 में भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। उसके बाद 1996 में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा जनपद वाराणसी-चंदौली की संयुक्त जिला कार्य समिति में सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया। इसके बाद 1997 में भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के वाराणसी और चंदौली जनपद के जिला उपाध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं।
संतोष कुमार कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि 2004 में भारतीय जनता पार्टी की सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ का जिला उपाध्यक्ष बनाए गए थे। उसके बाद 2008 में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें नगर अध्यक्ष बनाकर एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी, जिसका उन्होंने बखूबी तरह निर्वहन किया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने 2013 में पार्टी की आईटी सेल का जिला संयोजक बनाया रहते हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए काम किया और युवाओं को पार्टी से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2016 में भारतीय जनता पार्टी के प्रकाशन प्रकोष्ठ के जिला संयोजक के रूप में काम करते हुए ई-ग्रंथालय प्रकल्प का जिला संयोजक बनाए गए।
सामान्य सीट पर नहीं करेंगे दावा
संतोष कश्यप ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए 1990 से लेकर आज तक एक ईमानदार कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं और पार्टी से कभी भी किसी चीज की इच्छा नहीं जाहिर की है, लेकिन अबकी बार साथ के लोगों का कहना है कि अगर अबकी बार चंदौली नगर पंचायत की सीट पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित होती है, तो वह अपनी दावेदारी प्रस्तुत करें। इसके लिए स्थानीय लोग उनके साथ खड़े दिखाई देंगे।
चंदौली समाचार के साथ बातचीत करते हुए संतोष कश्यप ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनहित के तमाम कार्य कर रही है। सबका साथ- सबका विकास- सबका विश्वास और सबका प्रयास जैसे चार मूल मंत्र लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों को जन जन तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। हम लोग भी उसी सेवा कार्य में सहयोग कर रहे हैं। आज भी मैं उसी मनोयोग के साथ पार्टी के लिए समर्पित हूं। मेरे दरवाजे पर आने वाला कोई भी व्यक्ति निराश होकर नहीं जाता है और मैं उसकी अपनी सामर्थ्य के हिसाब से यथासंभव सहायता करने में मदद करता हूं। इतना ही नहीं अगर कोई जरूरतमंद व्यक्ति पार्टी से हटकर भी आता है तो उनकी कोशिश होती है कि उसे निराशा हाथ ना लगे। अगर चंदौली जनपद में भारतीय जनता पार्टी उन्हें सेवा का मौका देती है, तो पार्टी को निराशा हाथ नहीं लगेगी। वह अपने विरोध में आने वाले किसी भी प्रत्याशी को पूरी तरह से चुनौती देने में सक्षम हैं और एक बार फिर से यह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने की कोशिश करेंगे।
राजनीतिशास्त्र में स्नातकोत्तर हैं संतोष
आपको बता दें कि संतोष कुमार कश्यप स्वर्गीय रामेश्वर प्रसाद के पुत्र हैं। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने के बाद नगर में अपना एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान प्रिंटिंग प्रेस चलाते हैं। इसके साथ ही साथ वह सामाजिक कार्यों में भी काफी दिलचस्पी रखते हैं। वह लगभग 32 सालों से भारतीय जनता पार्टी के एक ईमानदार कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं।