फाइलों में ही दब गया एडवेंचर और ट्रैकिंग स्पॉट का प्रोजेक्ट, दो साल पहले वन मंत्री ने अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने का दिया था निर्देश

मंत्री के निर्देश बावजूद अफसरों की लापरवाही की वजह से यह योजना फाइलों में ही दबकर रह गई। विभाग ने न तो इसका सर्वे किया और न कोई जानकारी उच्च अधिकारियों को उपलब्ध कराई।
 

चंदौली जिले में काशी वन्य जीव प्रभाग के चंद्रप्रभा वन्य जीव अभ्यारण में एडवेंचर और ट्रैकिंग स्पॉट का प्रोजेक्ट फाइलों में दब गया है। दो साल पहले वन मंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक में प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद योजना पर अमल नहीं हो सका।

आपको बता दें कि 5 मई 2022 को वाराणसी के सर्किट हाउस में वन विभाग के अधिकारियों के साथ वन मंत्री ने बैठक कर जंगल में पर्यावरण को बढ़ाने के लिए चंद्रप्रभा अभ्यारण में ट्रैकिंग एवं एडवेंचर का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था। इसके तहत वन विभाग को ट्रैकिंग स्पाट तैयार करना था। साथ ही एडवेंचर का शौकीन लोगों को जंगली जानवरों, झरने, नौगढ़ चंद्रप्रभा अभ्यारण पहाड़ों के साथ पेड़ पौधों के बारे में उपलब्ध कराना था। मंत्री के निर्देश बावजूद अफसरों की लापरवाही की वजह से यह योजना फाइलों में ही दबकर रह गई। विभाग ने न तो इसका सर्वे किया और न कोई जानकारी उच्च अधिकारियों को उपलब्ध कराई।

जैसा कि आप जानते है कि जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर चंद्रप्रभा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में पिकनिक स्थल, घने जंगल, राजदरी और देवदरी जैसे प्राकृतिक झरने हैं। यहां हर साल हजारों पर्यटक यहां आते हैं। यह सेंचुरी विजयगढ़ और नौगढ़ नाम की दी पहाड़ियों पर 9,600 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैली है। यहां चीतल, नीलगाय, चिंकारा, ब्लैक बक, खरगोश, सांभर, लकड़बग्घा और चिंकाका समेत कई जानवर हैं।