निलंबित एआरटीओ विनय कुमार सिंह की जांच शुरू, जल्द चंदौली आएगी जांच टीम
 

अब इस मामले में और परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार ने निलंबित एआरटीओ विनय कुमार सिंह से संबंधित सारे रिकॉर्ड चंदौली से मंगवा कर नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।
 

एआरटीओ के खिलाफ कार्रवाई की जांच

सारे रिकॉर्ड चंदौली से मंगवा कर जांच होगी शुरू

चंदौली जाकर उनका बारी-बारी से लिया जाएगा बयान 


चंदौली जिले के निलंबित एआरटीओ (प्रवर्तन) विनय सिंह के खिलाफ जांच शुरू हो गई है और इस मामले में जल्द ही विभागीय कार्यवाही भी की जाएगी। इसके लिए दस्तावेज तलब किए गए हैं और टीम भी चंदौली आने वाली है।

आपको बता दें कि प्रमुख सचिव परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू ने अपर परिवहन आयुक्त मुख्यालय को सुरेंद्र कुमार को जांच अधिकारी बनाकर 7 दिन के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया था। अब इस मामले में और परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार ने निलंबित एआरटीओ विनय कुमार सिंह से संबंधित सारे रिकॉर्ड चंदौली से मंगवा कर नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।

 बताया जा रहा है इस मामले में विनय सिंह की शिकायत करने वालों की एक सूची बनाई जा रही है, ताकि उनका बारी-बारी से बयान किया जा सके। सूत्रों ने यह भी बताया है कि विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों के भी बयान दर्ज होंगे और जांच अधिकारी चंदौली जाकर उनका बारी-बारी से बयान दर्ज करेंगे।

 आपको याद होगा कि चंदौली जिले के विनय सिंह को परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के आदेश के बाद निलंबित किया गया था। उन पर सरकारी खाद्यान्न उतरवाने के बदले सुविधा शुल्क मांगने, राजस्व वसूली में निष्क्रियता बरतने और जिले में ओवरलोड गाड़ियों के खिलाफ कार्यवाही ना करने के बजाय वसूली कार्यों में लिप्त होने का आरोप लगा है।

 इस कार्यवाही में पहले अपर परिवहन आयुक्त आरके विश्वकर्मा को जांच अधिकारी बनाया था। आरके विश्वकर्मा ने 26 दिसंबर को शिकायतों की जांच के क्रम में अफसरों से पूछताछ की थी और उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट परिवहन आयुक्त को सौंपी थी।