तो फर्जी गिरफ्तारी में कब तक नप जाएंगे धानापुर थानाध्यक्ष विपिन सिंह समेत कई लोग

धानापुर पुलिस के उपनिरीक्षक और कुछ सिपाही डबरिया गांव के पैगापर जाकर लालजी उपाध्याय के पुत्र गोविंद उपाध्याय को जबरन घर से उठा लाए और गांव से पकड़कर लाने के बाद अवैध तरीके से उसकी गिरफ्तारी रमरजाय चट्टी के पास वाहन चेकिंग करते हुए दिखा दी।
 

देखते हैं कितनी ईमानदारी से जांच करते हैं एएसपी साहब

मातहतों को बचाते हैं या न्याय करते हैं

बस करना होगा 24 घंटे का इंतजार

लटकी है कई लोगों पर तलवार
 

 

चंदौली जिले के पुलिस पर यह कहावत सटीक बैठ रही है कि... शीशे की अदालत में पत्थर की गवाही है, कातिल ही लुटेरा है और कातिल ही सिपाही है...। दरअसल मामला धानापुर थाना क्षेत्र के डबरिया गांव का है। जहाँ धानापुर पुलिस गोविंद उपाध्याय को उसके घर से उठा लाती है और उसे पूछताछ के नाम पर जबरन गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाती है।  फिर एक दिन बाद बाकायदा प्रेस नोट जारी कर चेकिंग के दौरान 5.350 किलोग्राम गांजा, एक तमंचा व एक जिंदा कारतूस और चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तारी दिखाती है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जब पुलिस द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति और मौके के वीडियो को देखेंगे तो आप खुद ही दूध का दूध और पानी का पानी कर लेंगे। वहीं सोशल मीडिया पर लोग चंदौली पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने लगे लोग तो पुलिस अधीक्षक ने मामले की संज्ञान को लेते हुए इसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक सदर को सौंप दी है। 

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आप को बता दें कि धानापुर पुलिस के उपनिरीक्षक और कुछ सिपाही डबरिया गांव के पैगापर जाकर लालजी उपाध्याय के पुत्र गोविंद उपाध्याय को जबरन घर से उठा लाए और गांव से पकड़कर लाने के बाद अवैध तरीके से उसकी गिरफ्तारी रमरजाय चट्टी के पास वाहन चेकिंग करते हुए दिखा दी। पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करके बताया है कि उसके पास से चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है, जिसे वह चलाकर आ रहा था और मोटरसाइकिल की चेकिंग के दौरान उसको पकड़ा है। साथ में उसकी डिग्गी में से अवैध गांजा 1और देसी तमंचा भी मिला है।

 जिले की धानापुर थानाध्यक्ष  व थाने की पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान उठता है, क्योंकि सोशल मीडिया में जो वीडियो वायरल हो रहा है, एक तो वह दूसरा धानापुर पुलिस द्वारा जारी किया प्रेस नोट में यह दिखाया जा रहा है कि अभियुक्त सुपर स्प्लेंडर बाइक से जा रहा था और उसके डिग्गी में 5 किलो 350 ग्राम गांजा बरामद हुआ साथ में ही 315 बोर का तमंचा एवं एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। लेकिन बरामदगी में उसी प्रेस नोट में बताया गया है कि मोटरसाइकिल होंडा शाइन के बारे में पूछे जाने पर अभियुक्त ने बताया कि यह बाइक चोरी की है जिसका वकायदे बरामदगी में बिना नंबर प्लेट व चेचिस नंबर ME 4J C 735 LH T0 98490 तथा इंजन नंबर JC 73E T 1237 939 का दावा किया जा रहा है।

 इसलिए इस गिरफ्तारी का दावा करने वाले उपनिरीक्षक मोहम्मद सलीम, हेड कांस्टेबल दीपक त्रिपाठी और हेड कांस्टेबल धीरेंद्र यादव की भूमिका को भी संदिग्ध लग रही है । हालांकि पूरे मामले  सकलडीहा क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय ने  वक्तव्य भी जारी कर कर दिया गया है, जबकि इस मामले में गोविंद उपाध्याय के बड़े भाई प्रवीण कुमार उपाध्याय का दावा है कि धानापुर थानध्यक्ष पहले जब धीना थानाध्यक्ष थे तभी उनके भाई को गलत ढंग से पकड़ा गया था और उसे थाने में रखा गया था। तब वह वहां से हथकड़ी लगे हुए भाग गया था। वह उसी मामले को लेकर पहले पूछताथ करने की बात कह रहे थे। इसके लिए पहले दो सिपाही आए जो कि पूछताछ के नाम पर उसे ले जाने की बात कर रहे थे। लेकिन फिर उन्हीं लोगों द्वारा धानापुर पुलिस को फोन किया गया तो एक गाड़ी पुलिस आ गई। इसके बाद बाइक चोरी के मामले में उसे ले जाने की बात कहने लगे। तभी से परिवार के लोगों को शक हो गया कि यह पुलिस की कोई नई चाल है ।

अब सवाल यह उठता है कि यदि इसके पहले भी धीना  थानाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके  विपिन सिंह द्वारा अगर किसी अपराधी को पकड़ा गया था तो वह कैसे भाग गया और अगर वह भाग गया था तो क्या कार्रवाई किए थे। अब जब वह घर पर था तो उसे दूसरे माले मामले में क्यों फंसाया जा रहा है। यदि यह मामले सही है तो उस पर पहले क्यों नहीं कार्यवाही हुई।

वहीं पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल द्वारा इस मामले पर बताया गया कि इस सारे प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह द्वारा की जा रही है और आज शाम तक इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही भी कर दी जाएगी।