बाबा कीनाराम के 425वें जन्मोत्सव में आ रहे हैं मुख्यमंत्री, सुरक्षा देखने पहुंचे डीआईजी साहब
बाबा कीनाराम के जन्मोत्सव में शामिल होंगे मुख्यमंत्री
जिला और पुलिस प्रशासन तैयारी में जुटा
1 से 3 सितंबर तक होगा जन्मोत्सव समारोह
चंदौली जनपद के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम की जन्मस्थली पर 1 सितंबर से आयोजित तीन दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने का भी सूचना जिला प्रशासन को मिल गई है। सूचना आने के बाद मौके पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए डीआईजी वाराणसी रेंज जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक पहुंचकर कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे हुए हैं।
आपको बता दें कि चंदौली जनपद के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम की जन्मस्थली पर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन 1 सितंबर को होना निश्चित हो गया है। जिला प्रशासन को आने की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन एक्टिव मोड में हो गया है। वाराणसी रेंज के डीआईजी ओपी सिंह जिलाधिकारी चंदौली निखिल टीकाराम फुंडे व पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जहां हेलीपैड की तैयारी करने में जिला प्रशासन जुटा हुआ है। वहीं पुलिस प्रशासन सुरक्षा की तैयारियों में लगा हुआ है। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम दर्शन पूजन करने के लिए बताया जा रहा है, जिसकी सुरक्षा व्यवस्था आदि की तैयारी का जायजा लेने के लिए डीआईजी रामगढ़ में पहुंचे हैं।
अघोराचार्य पीठाधीश्वर बाबा गौतम राम जी के द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया था जिस पर मुख्यमंत्री जी ने आने की संभावना व्यक्त की थी। शनिवार को कार्यक्रम फाइनल होने के बाद जिला प्रशासन तैयारी में जुट गया है।
आपको बता दें कि संत शिरोमणि अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी का जन्म रामगढ़ गांव में भाद्रपद के शुक्ल पक्ष में अकबर सिंह के घर पर सन् 1601 में हुआ था। 1669 तक अघोर संप्रदाय के मुखिया के रूप में प्रतिस्थापित थे। बाबा ने अपनी साधना के समय जंगल में कूप का निर्माण कराया था।
बताया जाता है कि इस कूप के मार्ग से प्रवेश करके वे वाराणसी के क्रींकुंड में अवतरित हुए थे और वहां से लगातार धर्म के मार्ग पर चलते रहे।
आज बाबा कीनाराम जी के 11वें अवतार के रूप में परम पूज्य अधोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी बाबा कीनाराम मठ रामगढ़ और क्रींकुंड वाराणसी समेत कई राज्यों के कोने-कोने में मौजूद मठ और गद्दियों के पीठाधीश्वर के रूप में विराजमान हैं। उन्हीं की अगुवाई में हर साल तीन दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया जाता है। अबकी बार 425वां जन्मोत्सव समारोह 1 से 3 सितंबर 2024 तक मनाया जा रहा है।