चंदौली सहित 14 मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई शुरू कराने की तैयारी
 

2024-25 सत्र से एमबीबीएस का पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके लिए संकाय के सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है और प्रधानाचार्यों को उपकरण तथा मेडिकल कॉलेज चलने के लिए फर्नीचर खरीदने की अनुमति दे दी गई है।
 

इस साल बढ़ेंगी एमबीबीएस की 1400 सीटें

योगी सरकार शुरू कराएगी 14 नए मेडिकल कॉलेज

नियुक्तियों के लिए निकलेगी हैं इन पदों पर वैकेंसी

 उत्तर प्रदेश सरकार अगले साल से चंदौली सहित 14 नए मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी कर ली है। इन सभी मेडिकल कॉलेज का भवन बनकर लगभग तैयार हो चुका है और उसे फिनिशिंग टच देते हुए अंतिम रुप दिया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा विभाग में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग से इनके लिए मान्यता देने की अनुमति मांगी है। यदि सभी कॉलेजों को एक साथ मान्यता मिल गई तो अगले साल प्रदेश में एमबीबीएस की 1400 सीटें बढ़ जाएंगी। एक साथ इतनी सीटें बढ़ने से प्रदेश में मेडिकल की शिक्षा के लिए एक नया रिकॉर्ड बनेगा।

 जानकारी में बताया जा रहा है कि अभी तक सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रदेश भर में केवल 3828 सीटें थीं जबकि निजी मेडिकल कॉलेजों में 4700 सीटें एमबीबीएस के छात्रों के लिए हैं। पिछले साल एक साथ 9 मेडिकल कॉलेजों को मान्यता मिली थी। अब 2024-35 में 14 नए मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने की कवायत शुरू हो गई है। इसमें चंदौली सहित कुशीनगर, कौशांबी, सुल्तानपुर, अमेठी, कानपुर देहात, पीलीभीत, औरैया, सोनभद्र, बुलंदशहर, गोंडा, बिजनौर, लखीमपुर खीरी जिले में मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।

इसमें 2024-25 सत्र से एमबीबीएस का पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके लिए संकाय के सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है और प्रधानाचार्यों को उपकरण तथा मेडिकल कॉलेज चलने के लिए फर्नीचर खरीदने की अनुमति दे दी गई है।

जानकारी में बताया जा रहा है कि प्रदेश के 14 नए मेडिकल कॉलेज में शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती के लिए 19376 पदों की स्वीकृति मिल गई है। इनमें से 9954 पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा जबकि 56 पद प्रतिनियुक्ति के जरिए भरे जाने वाले हैं। इसके अलावा 9366 पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से भर्ती की जाएगी।

 जानकारी में बताया जा रहा है कि हर मेडिकल कॉलेज में 112 असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर और अन्य अधिकारी होंगे। वहीं 446 पद सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट और मेडिकल अफसर के होंगे। इसके अलावा 110 पद के फार्मासिस्ट, डेंटल टेक्नीशियन और फार्मासिस्ट के रखे जा रहे हैं। साथ ही साथ 110 पद पर गैर तकनीक की संवर्ग के लोग रखे जाएंगे। हर मेडिकल कॉलेज में 711 नियमित पद सृजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा आउटसोर्सिंग के जरिए डिप्टी लाइब्रेरियन, मेडिकल सोशल वर्कर, काउंसलर, कंप्यूटर ऑपरेटर और डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद भरे जाने की तैयारी है।

आपको याद होगा कि अभी कुछ दिन पहले जिलाधिकारी ने मेडिकल कालेज का दौरा करके काम को समय से पूरा कराने का निर्देश दिया था।