चंदौली पॉलीटेक्निक की बदहाली कौन करायेगा दूर, स्टूडेंट्स को हो रही परेशानी

छतों से प्लास्टर झड़ रहा है और ऐसा प्रतीत होता है कि किसी भी वक्त हादसा हो सकता है। इसके बावजूद प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन आंखें मूंदे हुए है।
 

चंदौली पॉलिटेक्निक में न शौचालय की सुविधा

न पीने का पानी

जरूरी सुविधायों के अभाव में सभी को हो रही परेशानी

चंदौली जिले की एकमात्र पॉलीटेक्निक संस्था चंदौली पॉलीटेक्निक चंदौली इन दिनों अपनी बदहाल व्यवस्था को लेकर चर्चा में है। यहां पढ़ने वाली छात्राओं को बुनियादी सुविधाओं के लिए भी जूझना पड़ रहा है।

संस्थान में महिलाओं के लिए शौचालय तक की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिससे छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई अभिभावकों ने चिंता जताई है कि इस तरह की अनदेखी से न सिर्फ बेटियों की शिक्षा प्रभावित होती है, बल्कि उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।

इमारत की हालत भी बेहद जर्जर है। छतों से प्लास्टर झड़ रहा है और ऐसा प्रतीत होता है कि किसी भी वक्त हादसा हो सकता है। इसके बावजूद प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन आंखें मूंदे हुए है।

एक अभिभावक ने बताया मेरी बच्ची यहां पढ़ती है। यहां पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। जो छतें हैं वो कभी भी गिर सकती हैं। लेकिन यहां के प्रिंसिपल साहब को कोई फर्क नहीं पड़ता।

स्थानीय लोग और छात्र-छात्राएं अब जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द चंदौली पॉलीटेक्निक की व्यवस्था को सुधारने के लिए कदम उठाए जाएं, ताकि छात्रों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक शिक्षा का माहौल मिल सके।