उद्यान विभाग की योजनाओं का उठाएं लाभ, शिमला मिर्च की खेती करके बनें मालामाल
शिमला मिर्च, पपीता, स्ट्राबेरी आदि की खेती के लिए शासन की ओर से मिलेगा अनुदान
जिले के किसान उठा सकते हैं इसका लाभ
चंदौली जिले में उद्यान विभाग की ओर से अन्नदाताओं को संकर शिमला मिर्च की खेती करने पर अनुदान दिया जाएगा। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 24-25 में 10 हेक्टेयर में शिमला मिर्च की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए किसानों को 20 हजार रुपये अनुदान के रूप में धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं स्ट्राबेरी, ड्रैगन फ्रूट, पपीता आदि की खेती के लिए भी अनुदान की व्यवस्था की गई है। योजना का लाभ प्रथम आवक, प्रथम पावक के आधार पर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि शासन की ओर से बागवानी के साथ सब्जी व मसाले की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। ताकि किसान धान व गेहूं की परंपरागत खेती के साथ सब्जी व मसाले की खेती में भी रुचि लें। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। वित्तीय वर्ष 24-25 में किसानों को संकर शिमला मिर्च की खेती करने के लिए अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसके तहत 10 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया।किसानों को कुल लागत का 40 प्रतिशत यानि 20 हजार रुपये अनुदान राशि दी जाएगी।
एक हेक्टेअर में ड्रेगन फ्रूट की खेती पर 30 हजार, एक हेक्टेयर स्ट्राबेरी के लिए 50 हजार रुपये अनुदान की धनराशि निर्धारित की गई है। पांच हेक्टेयर में पपीता की खेती के लिए 23 हजार रुपये अनुदान है। वहीं खरीफ प्याज, टमाटर, संकर पात गोभी, फूलगोभी, परवल, लहसुन, केला आदि की खेती के लिए भी अनुदान की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। किसान पंजीकरण कराने के बाद उद्यान विभाग के पोर्टल पर आनलाइन आवेदन कर लाभ हासिल कर सकते हैं। अनुदान योजना का लाभ प्रथम आवक-प्रथम पावक के आधार पर दिया जाएगा।
इसके तहत फूलों की खेती करने वाले किसानों के लिए भी अनुदान की व्यवस्था की गई है। दो हेक्टेअर में गेंदा फूल की खेती करने पर किसानों को 36 हजार रुपये अनुदान दिया जाएगा।
इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी शैलेश देव दुबे ने बताया कि किसानों को शिमला मिर्च, पपीता, स्ट्राबेरी आदि की खेती के लिए शासन की ओर से अनुदान की व्यवस्था की गई है। किसान योजना का लाभ उठा सकते हैं।