मुगलसराय सीट पर इसलिए सबसे ज्यादा लोग मांग रहे हैं BJP का टिकट, ऐसा महसूस कर रही हैं विधायक

चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा सीट (380) का है जहां पर चंदौली जिले में सबसे ज्यादा दावेदार टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
 

विधानसभा चुनाव 2022

टिकटों की मारामारी शुरू

भाजपा के 1 दर्जन से अधिक दावेदार तैयार 

उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव 2022 की शुरुआत में होने वाला है और माना जा रहा है कि दिसंबर 2021 के अंत या जनवरी 2022 की शुरुआत में पूरे प्रदेश में चुनावी आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके पहले ही विधानसभा में पहुंचने का शौक पालने वाले कई राजनेता चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं और अपने इलाके में बड़े लंबे चौड़े पोस्टर और होर्डिंग लगाकर चुनावी तैयारियों को अंजाम दे रहे हैं। इसमें से कुछ नेता तो अपने पार्टी के विधायक की जगह ही टिकट मांगने की रेस में खुद को आगे करने की कोशिश कर रहे हैं, तो वहीं विधायक लोगों का दावा है कि उनके अलावा किसी और को टिकट ही नहीं मिलेगा। कुछ ऐसा ही हाल चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा सीट (380) का है जहां पर चंदौली जिले में सबसे ज्यादा दावेदार टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

पोस्टर और होर्डिंग लगाकर चुनावी तैयारियों को दिया जा रहा अंजाम

चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा के लिए टिकटों की मारामारी शुरू हो गई है। इसके लिए सबसे ज्यादा दावेदार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। दावेदारी कर रहे लोग ऐसा मान रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा विधायक साधना सिंह को अबकी बार विधानसभा का टिकट नहीं मिलेगा। इसके लिए वह अंदरखाने में अपने खास लोगों को तरह तरह की दलील देकर समझाने व अपनी दावेदारी पक्की करने की कोशिश कर रहे हैं। इसीलिए भाजपा के 1 दर्जन से अधिक दावेदार इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं। वह दीवारों पर वाल राइटिंग के अलावा लंबे-लंबे पोस्टर और बैनर भी लगाने से परहेज नहीं कर रहे हैं।

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पोस्टर और होर्डिंग लगाकर चुनावी तैयारियों को दिया जा रहा अंजाम

 आपको बता दें कि चंदौली जिले की व्यापारी नेता और भारतीय जनता पार्टी में शुरुआती दिनों से जुड़ी रही साधना सिंह को 2017 के चुनाव में जब भारतीय जनता पार्टी ने मुगलसराय विधानसभा से टिकट दिया था, तब भी बहुत सारे लोग उनको एक कमजोर प्रत्याशी कहा करते थे, लेकिन उन्होंने सारे समीकरण और लोगों की ओपिनियन को गलत साबित करते हुए भारी भरकम मतों से जीत हासिल की। हालांकि कुछ लोग उनके काम करने के तरीके से नाराजगी जाहिर करते दिखे पर उनका दावा है कि जितना काम साधना सिंह ने मुगलसराय विधानसभा में करवा दिया है, उतना काम चंदौली जिले की किसी विधानसभा में नहीं हुआ है।

पोस्टर और होर्डिंग लगाकर चुनावी तैयारियों को दिया जा रहा अंजाम

याद दिलाया पिछला चुनाव

साधना सिंह ने अपनी मजबूत दावेदारी आंकड़ों के आधार पर करते हुए याद दिलाया कि 2007 के विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा का जनाधार विधानसभा में कम होने लगा था और 2012 के चुनाव में भाजपा तीसरे नंबर पर चली गयी थी और लगभग 40 हजार वोटों तक सिमट गयी थी। 2017 में जब उन्हें टिकट मिला तो भाजपा को 87 हजार 401 वोट मिले और भाजपा ने जोरदार तरीके से जीत हासिल की। इससे उनकी मेहनत व राजनीतिक सक्रियता का पचा चल जाना चाहिए। साथ ही कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में चंदौली की सीट भाजपा खाते में मुगलसराय विधानसभा की ही वजह से गयी है। आखिरी दौर की मतगणना चंदौली जिले के लोगों को आज भी याद है। वह आरोप प्रत्यारोपों पर कोई चर्चा नहीं करना चाहती हैं और अपनी विधानसभा में चुनावी तैयारियों को जोरशोर से कर रही हैं। पार्टी के आदेश पर एक कार्यकर्ता की तरह आगे भी काम करेंगी। टिकट मिलेगा तो खुद चुनाव लड़ेंगी और किसी और को दिया जाएगा तो उसके साथ खड़ी रहेंगी।

खुद विधायक साधना सिंह ने चंदौली समाचार के साथ खास बातचीत में कहा कि पिछले साढ़े चार साल अपने इलाके में सक्रिय रहकर लोगों की समस्याओं को सुनने और यथासंभव हल करने करने की कोशिश की है। अगर किसी की थोड़ी बहुत नाराजगी है तो वह उसे भी दूर करने की भरपूर कोशिश करेंगी। कुछ लोग महिला के नेता उन्हें कमजोर नेता साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों को पता नहीं है कि विधायक बनने के पहले जिला पंचायत व व्यापारी नेता के रूप में चंदौली जिले भर में किस तरह काम किया है। 

साधना सिंह ने याद दिलाया पिछला चुनाव

टिकट बदलने व कटने की चर्चाएं

अगर आप चंदौली जिले में कोई राजनीतिक चर्चा छेड़ेंगे तो सबसे ज्यादा चर्चा है इसी बात की रहती है कि अबकी बार साधना सिंह का टिकट कट जाएगा और किसी ऐसे चेहरे को यह टिकट मिलेगा जिससे भारतीय जनता पार्टी की इस सीट पर जीत दोबारा सुनिश्चित हो सके। लोगों में चर्चा है कि सैयदराजा के विधायक सुशील सिंह भी मुगलसराय विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा दबे मन से जता जता चुके थे, लेकिन वह बार-बार यही कहा करते हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता सैयदराजा विधानसभा से चुनाव लड़ना है.. लेकिन अगर पार्टी उन्हें कहीं और से भी चुनाव लड़ने को कहती है तो वह पार्टी की आज्ञा मानकर वहां भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

 वहीं अगर मुगलसराय विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वालों की लिस्ट देखी जाए तो काफी लंबी है इसमें भारतीय जनता पार्टी के नेता शशि शंकर सिंह पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भाजपा के नेता और धानापुर के ब्लॉक प्रमुख रहे देवेंद्र प्रताप सिंह, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह सहित ऐसे कई नाम हैं.. जो आजकल चर्चा में हैं। इतना ही नहीं कुछ वाराणसी जिलों में रहने वाले नेता भी मुगलसराय सीट पर अपनी नजर गड़ाए हुए हैं।

चंदौली जिले की धानापुर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी के रूप में कई बार ताल ठोंक चुके भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह और धानापुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख देवेन्द्र प्रताप सिंह जैसे लोग अपने बड़े बड़े होर्डिंग व बैनर लगाकर मैदान में अपनी हाजिरी दिखाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं।

इसके अलावा यह भी हैं तैयार

 विधानसभा 380 मुगलसराय चंदौली भाजपा प्रत्याशियों की सूची– शशि शंकर सिंह एडवोकेट, अनिल गुप्ता उर्फ गुड्डू, रमेश जायसवाल, महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दर्शना सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिव शंकर पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, वरिष्ठ नेता प्रदीप मौर्य, रीना तिवारी, सतीश चौहान और उद्योगपति विष्णुकांत अग्रवाल जैसे दिग्गजों के नाम तो लोग अपनी अपनी अंगुली पर गिनवा दे रहे हैं।  

 इसके अतिरिक्त कुछ और नाम हैं, जो खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन सांसद और कैबिनेट मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पांडेय के करीबी लोगों में शामिल हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे सर्वेश कुशवाहा व वर्तमान जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह जैसे चेहरे शामिल हैं, जिन्हें अगर मौका मिला तो वह भाजपा के खाते में मुगलसराय विधानसभा की सीट अपने दम पर दिलाने का दावा कर रहे हैं।

विधायक साधना सिंह का कहना है कि तमाम परेशानियों के बावजूद भी चंदौली जिले में जो बड़े बड़े काम मुगलसराय विधानसभा में हुए हैं, उनको देखकर चंदौली जिला मुख्यालय से लेकर पड़ाव तक की जनता काफी खुश है। वह उस काम को आगे बढ़ते हुए देखना चाहती है..इसके लिए लोग एक बार फिर से भाजपा सरकार को चाहते हैं। भाजपा की सीट पक्की देखकर भाजपा के कई नेता मुगलसराय की ही सीट से दावेदारी कर रहे हैं। 

चंदौली जिले में भाजपा के लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा टिकट मुगलसराय से मांगे जाने के सवाल पर साधना सिंह ने कहा कि पार्टी के अंदर लोकतंत्र है और टिकट मांगना सबका अधिकार है। जो पार्टी से जुड़े हैं वे सारे लोग अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखते हैं और टिकट मांगना कोई गलत बात नहीं है। पार्टी जिसको टिकट देगी वह चुनाव लड़ेगा, बाकी सारे लोग उसके साथ खड़े रहने का काम करेंगे।