सांसदजी अब आप करिए इस गांव का दौरा, BJP के नेता ही करवा रहे हैं मतदान का बहिष्कार
 

चहनियां क्षेत्र में रमौली गांव सभा के हिपनापुर के ग्रामीण गांव के आसपास हो रहे खनन के साथ-साथ अपने गांव की सड़क लेकर परेशान हैं। इसलिए वे लोग अवैध खनन और क्षतिग्रस्त मार्ग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने का फैसला कर रखा है
 

भाजपा मंडल उपाध्यक्ष का है दावा

 शिकायत के बाद भी अफसर व बड़े नेता नहीं ले रहे संज्ञान

 सरकारी दबाव बनाया गया तो दबाएंगे नोट

समस्या सुनकर सोने वाले नेताओं को नहीं देंगे वोट

 

चंदौली जिले के चहनियां क्षेत्र में रमौली गांव सभा के हिपनापुर के ग्रामीण गांव के आसपास हो रहे खनन के साथ-साथ अपने गांव की सड़क लेकर परेशान हैं। इसलिए वे लोग अवैध खनन और क्षतिग्रस्त मार्ग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने का फैसला कर रखा है और दावा किया है कि समस्या का हल न होने पर चुनाव का बहिष्कार जारी रहेगा। 

आपको बता दें कि ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके विरोध में गांव के प्रवेश द्वार पर मतदातन बहिष्कार का बैनर लगाकर वोट में भाग न लेने की चेतावनी दी थी। हालांकि चंदौली समाचार में 7 अप्रैल को खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस चौकी के प्रभारी ने वर्दी के रौब पर बैनर हटवा दिया था, लेकिन विरोध प्रदर्शन को खत्म कराने में असफल रहे हैं।

गांव के लोगों ने आज भी चेतावनी देते हुए कहा कि वे 1 जून को मतदान केंद्र पर नहीं जाएंगे। यदि जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने बहुत जोर लगाया तो वहां जाकर केवल नोटा का बटन दबाएंगे, क्योंकि भाजपा की सरकार में गांव के लोगों की शिकायत व फरियाद कोई सुनने वाला नहीं है। 

बताते चलें कि रमौली गांव सभा के हिपनापुर गांव का सम्पर्क मार्ग खराब है। गांव के बगल मे स्थापित ईंट भट्ठों के अवैध मिट्टी खनन को लेकर ग्रामीण काफी नाराज हैं। 


इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि हिपनापुर जाने के सम्पर्क मार्ग के मरम्मत के लिए जनप्रतिनिधियों से शिकायत कई बार की गयी, लेकिन किसी ने अब तक ध्यान नहीं दिया। गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर दो तीन ईंट भट्ठे हैं। जहां अवैध मिट्टी खनन कर वाहनों के दबाव से मार्ग चलने लायक नहीं है। जब तक मार्ग की मरम्मत और अवैध खनन बंद नहीं होगा तब तक गांववासी मतदान नहीं करेंगे।

मंडल उपाध्यक्ष राधेश्याम मौर्य ने कहा कि विरोध वाले दिन 7 अप्रैल को चौकी प्रभारी मारूफपुर जाकर बैनर उतार लिए थे और अब तक कोई अधिकारी या कर्मचारी गांव में नहीं गया और ना ही संसद के प्रतिनिधि आए, ऐसा लगता है कि गांव के लोगों के वोट की जरूरत ही किसी को नहीं हैं। 

भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष राधेश्याम मौर्य का कहना है कि कई बार सांसद जी से भी मिलकर गांव के विकास के लिए बात की गई, जिसमें 2022-23 में पीडब्ल्यूडी द्वारा गांव की सड़क बनाने के लिए 74 लाख टेंडर भी हुआ था, लेकिन अब तक सड़क नहीं बन पाई और अवैध खनन के कारण जो रोड थी, वह भी पूरी तरह नष्ट हो गई है। इस गांव की आसपास कुल तीन भट्ठे चल रहे हैं, जिसके कारण हम ग्रामीणों का जाने आने का मुख्य मार्ग व नाली भी टूटी पड़ी हुई है। हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक हमारे गांव का इन समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है।