16 करोड़ की लागत से जिले में बनाया जाएगा CCU,  मरीजों के लिए 50 बेड की रहेगी व्यवस्था    

चंदौली जिले के बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कालेज) से संबद्ध जिला अस्पताल में अलग से 50 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) बनेगा।
 

3 एकड़ जमीन में होगा इसका निर्माण

मरीजों को मिलेगी क्रिटिकल केयर यूनिट की सेवा

जानिए क्या-क्या हो रही है व्यवस्था

चंदौली जिले के बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कालेज) से संबद्ध जिला अस्पताल में अलग से 50 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) बनेगा। इस पर 16 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जबकि चिकित्सा महाविद्यालय में 20 बेड का सीसीयू पहले से बनकर तैयार है। इस यूनिट की सेवा से मरीजों को लाभ मिलेगा। आधुनिक सुविधाओं से यह सुसज्जित होगा। जून के आखिरी तक इसका निर्माण भी प्रारंभ हो जाएगा। सीसीयू के 70 बेड की सुविधा जनपद के साथ ही समीपवर्ती बिहार के लोगों को भी मिलेगा। 

आपको बता दें कि नौबतपुर (सैयदराजा) में संचालित चिकित्सा महाविद्यालय के लिए इस यूनिट के निर्माण की मंजूरी भी मिल गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर इसकी स्थापना कराई जानी है। इसमें दस करोड़ की लागत से भवन का निर्माण होगा। छह करोड़ से उपकरण समेत अन्य संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। यूनिट का निर्माण परिसर की करीब तीन एकड़ भूमि पर होगा। इसके लिए डीपीआर तैयार कर - लिया गया है। शासन ने कार्यदायी - संस्था उत्तर प्रदेश पावर प्रोजेक्ट कारपोरेशन (यूपीपीसीएल) को इसके • निर्माण की जिम्मेदारी दी है। संस्था ने सर्वे कर निर्माण कार्य को शुरू करने की सहमति जताई है।


यूनिट में होंगी ये सुविधाएं 


यह पांच मंजिला होगा। क्रिटिकल केयर की इमरजेंसी में छह ट्रायल वेड होंगे। इसी में ही दो माइनर आपरेशन व दो मेजर आपरेशन कक्ष होंगे। दो दो आपरेशन कक्ष प्रथम व द्वितीय तल में होंगे। साथ ही एक अल्ट्रासाउंड कक्ष होगा। महिलाओं के लिए एक छह बेड का मेटरनिटी वार्ड सहित दो लेबर टेबल, एक स्टेरलाइजेशन कक्ष होगा। ब्लाक में दो आइसीयू आठ-आठ बेड के उपलब्ध रहेंगे। 

यह है क्रिटिकल केयर यूनिट :

क्रिटिकल केयर यूनिट उन लोगों के लिए चिकित्सा देखभाल है, जिन्हें जीवन घातक चोटें और बीमारियां हैं। यह आमतौर पर गहन देखभाल इकाई (आइसीयू) में होता है। विशेष रूप से प्रशिक्षित स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं की एक टीम 24 घंटे देखभाल प्रदान करती है। इसमें महत्वपूर्ण संकेतों की लगातार निगरानी करने के लिए मशीनों का उपयोग शामिल है।


इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वाईके राय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना मेडिकल कालेज परिसर में ही की जानी है। इस यूनिट में अति गंभीर मरीजों को उपचार उपलब्ध होगा। यूनिट के निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है। भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए जल्द ही कार्य प्रारंभ होंगे।