पक्के कार्यों का भुगतान न होने से प्रधानों ने दिया धरना, धरना के दौरान बीडीओ से नोंकझोंक
बीडीओ की प्रधानों की हुई जमकर बहस
देखिए क्या करती हैं बीडीओ साहिबा
प्रधानों ने वोट का बहिष्कार करने की दे दी चेतावनी
ग्राम प्रधानों का कहना है कि चहनिया के प्रभारी बीडीओ के द्वारा पुराने मनरेगा के मैटेरियल कार्य का भुगतान नहीं किया जा रहा है। प्रधानों का उत्पीड़न व शोषण किया जा रहा है । शासन के द्वारा कराये गये अमृत सरोवर, पंचायत भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, खेलकूद मैदान, पौधरोपण, गौवंश आश्रय स्थल पर कराये गये काऊशेड, बाउंड्रीवाल, पटरी, खड़ंजा का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
मौजूदा खंड विकास अधिकारी के द्वारा कहा जा रहा है कि पूर्व तैनात बीडीओ के समय में दी गयी आईडी का भुगतान नहीं करेंगी। वह केवल वर्तमान समय का भुगतान कर रही हैं। पुराने सारे काम को दरकिनार करते हुए केवल अपने ही कार्यकाल के भुगतान कराने का तरीका कहां तक सही है। इससे पुराने भुगतान लंबे समय से लंबित हो गए हैं।
प्रधानों का कहना है कि लगभग 6 माह पूर्व मनरेगा से कराये गये 80 लाख का मस्टरोल बीडीओ द्वारा जीरो करा दिया गया है । 3 लाख के इस्टीमेट को दबाव देकर मात्र 25- 30 हजार में भुगतान करवा रही हैं।
ग्राम प्रधानों ने कहा कि बीडीओ साहिबा लगातार तानाशाही वाला रवैया अपनाए हैं। उसको देखकर लगता है कि वह प्रधानों का जानबूझकर उत्पीड़न कर रही हैं। इसीलिए प्रधानों ने कहा कि इस बार भुगतान नहीं हुआ तो हम लोग चुनाव का बहिष्कार करेंगे ।
इस दौरान राजेश यादव, जयराम शास्त्री, आभा यादव, धर्मेंद्र यादव, जसवंत मौर्या, बद्दु राम, सतीश गुप्ता, सुनील सिंह, बिनोद यादव, सुभाष राम, बिनोद राम, प्रिंस कुमार, बबलू, सुरेश, रत्नेश आदि प्रधान उपस्थित थे ।