चंदौली के ये 56 राजस्व गांव वाराणसी विकास प्राधिकरण में होंगे शामिल, पढ़ लीजिए लिस्ट
 

इस विस्तार में सकलडीहा तहसील के 2 राजस्व गांव शामिल हुए हैं, जिसका क्षेत्रफल 1.50 वर्ग किमी बताया जा रहा है। शामिल होने वाले गांवों में बिहरा व खैरूद्दीनपुर प्रमुख हैं।
 

वाराणसी विकास प्राधिकरण का हुआ विस्तार

वाराणसी, मिर्जापुर और चंदौली जनपद के कई गांव शामिल

215 नए गांवों को शामिल करके बढ़ाया विकास प्राधिकरण का दायरा

वाराणसी विकास प्राधिकरण के सीमा विस्तार के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लगते ही वाराणसी, मिर्जापुर और चंदौली जनपद के 215 और गांव प्राधिकरण सीमा में शामिल हो गये हैं। इसमें वाराणसी के 142, चंदौली के 56 और मिर्जापुर के 17 राजस्व गांव शामिल हो गए हैं। वहीं इसका क्षेत्रफल में 280.65 वर्ग किलोमीटर और बढ़ गया है। इस तरह प्राधिकरण का दायरा अब 793 वर्ग किलोमीटर का हो गया है। अब प्राधिकरण इन गांवों में नियोजन से लेकर विकास कार्यों की जिम्मेदारी उठाएगा।

वाराणसी विकास प्राधिकरण की सीमा विस्तार के बाद चंदौली जिले के कई गांवों पर असर दिखायी पड़ेगा। इस विस्तार में सकलडीहा तहसील के 2 राजस्व गांव शामिल हुए हैं, जिसका क्षेत्रफल 1.50 वर्ग किमी बताया जा रहा है। शामिल होने वाले गांवों में बिहरा व खैरूद्दीनपुर प्रमुख हैं।

इसके अलावा पं. दीन दयाल उपाध्याय नगर तहसील के कुल 54 राजस्व गांव शामिल किए जा रहे हैं, जिसका क्षेत्रफल-77.19 वर्ग किमी बताया जा रहा है। वहीं शामिल होने वाले गांवों में कनेरा, महादेवपुर, सलेमाबाद, ककरहीकला, तारापुर, जीवनपुर, महेवा, ककरही खुर्द, संघती, बगही, सदलपुरा, चन्दौली खुर्द, दयालपुर, मखदूमपुर, कोरी, जलालपुर, मटकुट्टा, नसीरपुर पहन, घूसखास, बसरतियां, हुडरहा, धमिना, बसनी, महरो, वाजिदपुर, डवेढिल, गहरपुरा, अकबरपुर उर्फ रामपुर, गंजख्वाजा, रामपुर उर्फ करनपुर, डिग्धी, मखदूमपुर, झांसी, रामपुर उर्फ अकबरपुर, मुहब्बतपुर (मोहम्मदपुर), नईकोट, रेवसां, बरहुली, कठौड़ी, रेमा, अलीनगर, जगदीशपुर उर्फ भटरिया, गुवास, नियामताबाद, गंगेहरा, कुंडरिया, बगया, भरछा,तलपरा, सुरौली, मैनुद्दीनपुर, शेखपुर, बौरी व बाराडीह का नाम है।

इसके अलावा विस्तार में मिर्जापुर की चुनार तहसील के 17 राजस्व गांवों को शामिल किया जा रहा है, जिसका क्षेत्रफल 19.64 वर्ग किमी है। साथ ही वाराणसी जिले की राजातालाब तहसील के 17 राजस्व गांव को शामिल किया जा रहा है, जिसका क्षेत्रफल 99.75 वर्ग किमी है। वहीं पिंडरा तहसील के 30 गांव शामिल हो रहे हैं, जिसका क्षेत्रफल 59.13 वर्ग किमी है। साथ ही सदर तहसील के 23.43 क्षेत्रफल वाले 18 गांवों को शामिल किया जा रहा है।

इस सम्बन्ध में प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने बताया कि 20 अगस्त 1974 को प्राधिकरण के गठन के बाद 28 मार्च 1978 को सीमा विस्तार हुआ था। तत्पश्चात 7 सितम्बर 2016 सीमा विस्तार को संशोधित किया गया था। गठन के बाद सबसे बड़ा प्राधिकरण का सीमा विस्तार हुआ है। वाराणसी में काशी विश्वानाथ कॉरिडोर बनने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। वहीं विस्तार से योजना बनाकर इलाके के विकास में भूमिका प्राधिकरण निभाएगा।