सोमवार को सबकी CMO ऑफिस पर होगी नजर, जब पहुंचेंगे एक कुर्सी के दो दावेदार

कार्यालय में कार्यरत एक बाबू के स्थानांतरण होने के बाद भी नहीं जाने पर रिलीव कर दिया गया था और अभी तक पूरा चार्ज नहीं देने के कारण दबाव बनाया जा रहा था, जिसके कारण एक सोची-समझी रणनीति के तहत सीएमओ का स्थानांतरण होना बताया जा रहा है।
 
 
देखिए कौन जीतता है और कौन हारता है, कल बड़ा शानदार होगा चंदौली जिले के CMO ऑफिस का नजारा

चंदौली जनपद के सीएमओ बीपी द्विवेदी के स्थानांतरण को लेकर विभाग में घमासान मचा हुआ है। निर्वाचन आयोग की अधिसूचना जारी होने के कुछ घंटों पूर्व एकाएक स्थानांतरण की सूची आने के बाद इस स्थानांतरण को लेकर साजिश की बात कही जा रही है।


आपको बता दें कि सीएमओ बीपी द्विवेदी द्वारा कार्यालय में कार्यरत एक बाबू के स्थानांतरण होने के बाद भी नहीं जाने पर रिलीव कर दिया गया था और अभी तक पूरा चार्ज नहीं देने के कारण दबाव बनाया जा रहा था, जिसके कारण एक सोची-समझी रणनीति के तहत सीएमओ का स्थानांतरण होना बताया जा रहा है।
 

इस संबंध में सीएमओ बीपी दिवेदी ने बताया है कि शनिवार एवं रविवार को सेकंड सटरडे और संडे की छुट्टी थी और स्थानांतरण की लिखित जानकारी मेल के माध्यम से आई होगी तो कार्यालय बंद था, जब सोमवार को खुलेगा तो मालूम होगा और उसी के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।

वहीं इस संबंध में नवागत सीएमओ युगल किशोर राय ने बताया है कि उनको स्थानांतरण की सूचना शनिवार को 10 से 11 बजे दिन में ही मिल गई थी। उसके बाद वह वाराणसी के जेडी ऑफिस में पहुंचकर अपनी ज्वाइनिंग रिपोर्ट दे दी। वहीं देर शाम अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद नए वाले साहब रविवार को सीएमओ कार्यालय व अस्पताल का दौरा किया। चंदौली में पहुंचने के बाद जिलाधिकारी की पहली मीटिंग में भी शामिल हो गए।

नए वाले साहब ने चंदौली कोविड के आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण करके कोरोना संबंधी तैयारियों व सुविधाओं का जायजा लिया।
 फिलहाल सीएमओ की एक कुर्सी है, लेकिन अभी तक दो अधिकारी उस पर अपना दावा कर रहे हैं। जहां एक सीएमओ साहब कुर्सी पर बैठना चाहते हैं, तो वहीं दूसरे साहब आचार संहिता लागू होने के कारण कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं है।


मामले में सबसे बड़ी बात है कि स्थानांतरण के बाद सीएमओ बीपी द्विवेदी को जिलाधिकारी द्वारा तुरंत रिलीव भी कर दिया गया।

अब सबकी नजर सोमवार के दिन सीएमओ के ऑफिस पर होगी। सब देखना चाहेंगे कि पुराने वाले के साथ साथ अगर नए वाले साहब भी ऑफिस आते हैं तो कैसा माहौल होता है। इस पूरी भूमिका का सूत्रधार बाबू भी ऑफिस के आसपास जरूर होगा।