आजमगढ़ में छठ ड्यूटी के दौरान हेड कांस्टेबल वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव की मौत, चंदौली जिले के देउवापुर के थे निवासी
कर्तव्य निभाते हुए हेड कांस्टेबल ने तोड़ा दम
चंदौली निवासी वीरेंद्र प्रताप यादव की आजमगढ़ में ड्यूटी के बाद तबीयत बिगड़ने से मौत
मिलनसार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी को अंतिम सम्मान
आजमगढ़ जिले में छठ पूजा ड्यूटी के दौरान डायल 112 पर तैनात हेड कांस्टेबल वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव (52 वर्ष) की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। इस दुखद घटना से पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव मूल रूप से चंदौली जिले के धानापुर थाना क्षेत्र के ग्राम देउवापुर के निवासी थे और वर्तमान में आजमगढ़ के अतरौलिया थाने में डायल 112 पर अपनी सेवा दे रहे थे।
ड्यूटी से लौटते समय बिगड़ी तबीयत
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की शाम छठ पर्व पर उनकी ड्यूटी अतरौलिया थाना क्षेत्र के कड़सरा में लगी थी। ड्यूटी समाप्त करने के बाद जब वे अपने हमराही सिपाही के साथ थाने लौट रहे थे, तभी रास्ते में उनकी तबीयत अचानक बहुत बिगड़ गई। हमराही सिपाही ने तत्काल उन्हें शौ सैया संयुक्त चिकित्सालय, अतरौलिया पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस विभाग ने दिया अंतिम सम्मान
क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर अजय प्रताप सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हेड कांस्टेबल वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव वर्ष 1995 बैच के सिपाही थे और अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करते थे। सूचना मिलते ही परिजनों को अवगत कराया गया। मंगलवार की सुबह पुलिस लाइन में दिवंगत हेड कांस्टेबल को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम सम्मान दिया गया।
परिवार में शोक
सहकर्मी पुलिसकर्मियों ने वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव को शांत, कर्तव्यनिष्ठ और मिलनसार स्वभाव का बताया। उनके असमय निधन से विभाग को गहरा आघात लगा है। वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव चार भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। उनका परिवार वाराणसी में रहता है, जिसमें उनकी पत्नी कांति देवी, दो बेटियां मनीषा (विवाहित) और माया (23 वर्ष), तथा पुत्र विवेक (20 वर्ष) शामिल हैं। परिजनों के अनुसार, उनका दाह संस्कार वाराणसी स्थित मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा।