पोस्टल बैलेट में भी हार गए थे डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय, जानिए किसको कितने मिले थे वोट
नोटा का वोट भी कम करता अंतर
जानिए कितने लोगों ने दबाया है नोटा
रिजेक्ट व टेंडर वोट भी पड़े हैं अबकी बार
चंदौली जिले के लोकसभा चुनाव में हर किसी की नजर सुबह से ही मतगणना स्थल पर लगी रही, लेकिन भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेता अपने अपने जीत के दावे करते रहे। मतगणना का परिणाम और उसके आंकड़े को देखने से पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी न सिर्फ EVM से पड़े वोटों में पीछे रह गई, बल्कि पोस्टल बैलेट और अन्य तरीके से पड़े वोटों में भी उसे मात खानी पड़ी है।
चंदौली संसदीय सीट के लिए हुए लोकसभा चुनाव में कुल 18 लाख 43 हजार 196 मतदाताओं में से 11 लाख 7 हजार 494 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान 9005 मतदाताओं ने नोटा का बटन भी दबाया। इसके अलावा इस मतगणना में 326 वोट रिजेक्ट कर दिए गए थे, जबकि दो वोट टेंडर वोट के रूप में डाले गए। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय को 4 लाख 52 हजार 911 वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी के वीरेंद्र सिंह को 4 लाख 74 हजार 476 वोट मिले है। इस तरह से वीरेंद्र सिंह को 21,565 वोटों से विजयी घोषित हुए हैं।
इस दौरान जारी किए गए आंकड़ों पर अगर एक नजर डालें तो पता चलता है कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह ने डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय को पोस्टल बैलट की मतगणना में भी 400 से अधिक फोटो से मात दे दी थी। पोस्टल बैलेट के आंकड़ों को देखा जाए तो इसमें समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को 1548 वोट मिले थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी को केवल 1109 वोटों से संतोष करना पड़ा। वहीं बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार को भी 318 वोट पोस्टल बैलेट के जरिए मिले थे।