चंदौली की इस लुटेरी दुल्हन से बच के रहिए आप, एक बार फिर पुलिस ने दबोचा

लुटेरी दुल्हन ने तीन लाख रुपये लेकर राजस्थान के एक युवक की शादी 15 माह पहले कराई गई थी। दूल्हे के साथ दुल्हन के जाने की बारी आई तो कैंट रेलवे स्टेशन पर वह टॉयलेट जाने का बहाना कर भाग गई थी.....
 

चंदौली की लुटेरी दुल्हन समेत दो गिरफ्तार

3 लाख लेकर धोखाधड़ी से कराया था विवाह

शादी की आड़ में लूट का है खेल

राजस्थान और हरियाणा के युवकों को फंसाते हैं जाल में

चंदौली जिले की रहने वाली शातिर लुटेरी दुल्हन ने तीन लाख रुपये लेकर राजस्थान के एक युवक की शादी 15 माह पहले कराई गई थी। दूल्हे के साथ दुल्हन के जाने की बारी आई तो कैंट रेलवे स्टेशन पर वह टॉयलेट जाने का बहाना कर भाग गई थी। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए वाराणसी जिले की पुलिस ने उसे दबोच लिया है।


आपको बता दें कि इस मामले में वांछित सरायनंदन दशमी, संजय श्रीवास्तव और चंदौली के मानस नगर, मुगलसराय की दीपा मिलेनियम को लक्सा थाने की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। संजय के खिलाफ शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में रामनगर, लक्सा और सारनाथ थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, दीपा के खिलाफ इसी तरह के आरोप में रामनगर और लक्सा थाने में दो मुकदमे दर्ज हैं। राजस्थान के जैसलमेर जिला के नाचना निवासी नरेंद्र उर्फ नरेश व्यास ने 15 अप्रैल 2023 को लक्सा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।


इस सम्बन्ध में नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि तीन लाख रुपये लेकर उसकी शादी कराई गई। दुल्हन को लेकर जब वह घर जाने लगा तो दुल्हन कैंट स्टेशन से भाग गई।


इस संबंध में एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने बताया कि मुकदमे में संजय और दीपा वांछित थी। दोनों की गिरफ्तारी के लिए औरंगाबाद चौकी प्रभारी आलोक सिंह यादव के नेतृत्व में दरोगा धीरज कुमार सिंह, कांस्टेबल मुकेश कुमार मिश्रा, विकास कुमार व कंचन देवी की टीम गठित की गई। सर्विलांस और आरोपियों की तस्वीर की मदद से उनका पता लगाकर ढालूवीर मस्जिद के पास से उन्हे गिरफ्तार किया गया है।


संजय ने पूछताछ में बताया कि राजस्थान और हरियाणा के कुछ ऐसे लोगों से उसका संपर्क है जो इधर की गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी अपने यहां के अविवाहित युवकों से कराते हैं। उसे लगा कि इस काम में धोखाधड़ी करके कम समय में तगड़ा पैसा कमाया जा सकता है। बाहर से आया हुआ आदमी शिकायत भी नहीं करेगा और चुपचाप लौट जाएगा। 


उसने बताया कि वह, उसका दोस्त शैलेंद्र और दीपा अपने फर्जी आधार कार्ड बनवाए हुए हैं। शैलेंद्र इसी मामले में पिछले साल गिरफ्तार हुआ था। वह और शैलेंद्र राजस्थान और हरियाणा के युवकों को शादी कराने के लिए बुलाते थे। दीपा दुल्हन बनती थी। शादी का खर्च, दुल्हन के जेवर और गरीब परिवार की आर्थिक मदद के नाम पर वह शादी के इच्छुक युवकों से तगड़ी रकम ऐंठता था। सारनाथ या रामनगर इलाके में किसी मंदिर में दीपा की फर्जी शादी कराई जाती थी। जब साथ जाने की बारी आती थी तो कैंट रेलवे स्टेशन पर दीपा कोई बहाना कर खिसक लेती थी। 

संजय ने बताया कि वह दीपा और शैलेंद्र वर्ष 2020 से ऐसी धोखाधड़ी कर रहे हैं। ज्यादातर लोग पुलिस से शिकायत किए बगैर ही वापस लौट गए।