चंदौली सांसद का गडकरी को 'चेतावनी' भरा पत्र, बताया- जिले में बाढ़ के लिए कौन है असली जिम्मेदार
भारतमाला परियोजना बनी बाढ़ की असली वजह
सपा सांसद ने योगी सरकार व केन्द्रीय मंत्री से की अपील
सड़क निर्माण कार्य करने वाली एजेंसियों ने लापरवाही और मनमानी का नतीजा
इस कारण से बनी हुयी है नियामताबाद और सदर ब्लॉक में भयंकर बाढ़
चंदौली जिले के समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद वीरेंद्र सिंह ने केंद्र सरकार की भारतमाला परियोजना के ठेकेदारों और एजेंसियों पर बड़ा आरोप लगाते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक चेतावनी भरे अंदाज़ में पत्र लिखा है। सांसद सिंह ने दावा किया है कि इस परियोजना के तहत जिले में हो रहे मनमाने सड़क निर्माण के कारण चंदौली के नियामताबाद और सदर ब्लॉक में भयंकर बाढ़ आई है, जिससे पिछले एक सप्ताह से कई गांवों के लोग बुरी तरह से परेशान हैं।
सांसद वीरेंद्र सिंह ने मंत्री गडकरी का ध्यान इस ओर आकर्षित करने की कोशिश की है कि सड़क निर्माण के दौरान निर्माण कार्य करने वाली एजेंसियों ने लापरवाही दिखाते हुए अपनी गाड़ियों को नदी पार कराने के लिए चन्दप्रभा नदी के रास्ते को काट दिया है। नदी के रास्ते में इस अवरोध के कारण जल निकासी पूरी तरह से रुक गई है, जिसके परिणामस्वरूप नियामताबाद और चंदौली विकासखंड में हजारों एकड़ फसलें पानी में डूब गई हैं।
करोड़ों का नुकसान और आजीविका का संकट
सांसद के अनुसार, इस त्रासदी से किसानों को करोड़ों रुपए का भारी नुकसान उठाना पड़ा है और उनके सामने आजीविका का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। जलभराव केवल खेतों तक ही सीमित नहीं रहा। सांसद ने पत्र में कहा कि आसपास के इलाकों में पानी भर जाने से सैकड़ों गांवों में कच्चे और पक्के मकान या तो ढह गए हैं या उनको काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने इस पूरी स्थिति के लिए सड़क निर्माण करने वाली कंपनी की घोर लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
मुआवजे और सर्वे की मांग
सांसद वीरेंद्र सिंह ने नितिन गडकरी से अनुरोध किया है कि पूरे इलाके का व्यापक सर्वे कराया जाए और ग्रामीणों तथा गरीबों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से रणनीति बनाई जाए। उन्होंने इस पत्र की प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी चंदौली को भी भेजी है।
सांसद सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस मामले में पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार को अवगत करा दिया था, लेकिन अभी तक न तो कोई सर्वे किया गया है और न ही किसानों के फसलों तथा आवासों के नुकसान का कोई आकलन हुआ है, जिससे उन्हें कोई मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल अधिकारी और सत्ता पक्ष के राजनेता मौके पर जाकर फर्जी आश्वासन दे रहे हैं।
न्यायालय जाने की चेतावनी
सपा सांसद ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में अनुरोध किया है कि संबंधित कार्य संस्थाओं की लापरवाही पर तत्काल रोक लगाई जाए और किसानों तथा गरीब परिवारों की भरपाई के लिए अपने स्तर से शीघ्र कोई पहल सुनिश्चित करें।
पत्र के अंत में, सांसद वीरेंद्र सिंह ने एक सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि "अगर ऐसा नहीं होता है, तो मजबूरन इसके लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।" यह पत्र भारतमाला परियोजना के ठेकेदारों की कार्यशैली पर एक गंभीर सवाल खड़ा करता है और चंदौली के किसानों व ग्रामीणों के लिए शीघ्र मुआवजे की राह खोलने का दबाव बनाता है।