नवनिर्वाचित सांसद वीरेंद्र सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को लिखा पत्र, लोगों ने दिया अपना रिएक्शन
 

चंदौली जिले के एक विशेष वर्ग जो दुल्हीपुर मलोखर में अधिक संख्या में हैं। इसे लेकर समाजवादी पार्टी से नवनिर्वाचित माननीय सांसद वीरेंद्र सिंह के द्वारा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को पत्र लिखा गया है
 

दुलहीपुर में  4 लेन की सड़क बनाने के लिए सांसद ने लिखा लेटर

सोशल मीडिया पर लोग देने लगे सांसदजी को ज्ञान

 लोगों ने बताया कि मार्ग को चौड़ा करना क्यों है जरूरी 

 

चंदौली जिले के एक विशेष वर्ग जो दुल्हीपुर मलोखर में अधिक संख्या में हैं। इसे लेकर समाजवादी पार्टी से नवनिर्वाचित माननीय सांसद वीरेंद्र सिंह के द्वारा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को पत्र लिखा गया है, जिसमें मार्ग को चौड़ा करने का आग्रह पर विचार करने को कहा गया है। वहीं वह दुलहीपुर में भी 4 लेन की सड़क की सलाह दे रहे हैं। वहीं सांसद के इस पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। 

लोगों का कहना है कि नवनिर्वाचित माननीय सांसद वीरेंद्र सिंह के द्वारा कुछ खास लोगों के लिए इस तरह का पत्र लिखकर आने वाले समय में होने वाली समस्या को देखा नहीं जा रहा है। सड़क पर बढ़ रहे ट्रैफिक व शहरों के हो रहे विकास के कारण सड़क का 6 लेन का बनाया जाना आवश्यक है। नहीं तो इलाके को एक्सीडेंट, सड़क जाम और तमाम तरह की समस्याओं से बचाया नहीं जा सकेगा।

पत्र पर लोगों ने रिक्शन देते हुए सांसद से कहा है कि आपसे मेरा अनुरोध है कि पड़ाव से दीनदयाल नगर (मुगलसराय) के बीच में पड़ने वाले दुलहीपुर, महाबलपुर और चंधासी तक का मार्ग बेहद सकरा है, जबकि इस मार्ग पर वाहनों की भारी भीड़ दौड़ती रहती हैं।  इसपर 24 घंटे ट्रैफिक बना रहता है। यह मार्ग वाहनों का भारी प्रेशर झेलता है।  अतः पूरे मार्ग का चौड़ीकरण 6 लेन में होना आवश्यक है। सांसदजी वोट के चक्कर में इसमें रोड़ा न अटकाएं।


कुछ लोगों का कहना है कि स्थानीय लोगों द्वारा मार्ग अतिक्रमण के कारण इस इलाके से आने जाने वाली पब्लिक को रोज यातायात की दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है। प्रायः दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। इससे निजात दिलाने के लिए यह काम हो रहा है। उसमें कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए अड़ंगा डाल रहे हैं। ऐसे लोगों को समझाने की जरूरत है। सुविधाएं बढ़ने से वहां के लोगों को भी लाभ होगा। 


कृपया इसके चौड़ीकरण में रोड़ा न अटकाया जाय। आप इस मार्ग को फिर उसी पुराने ढर्रे, मतलब यह कि बैलगाड़ी युग में मत धकेलिए। आबादी बढ़ती जा रही है और उसी के अनुसार वाहनों की संख्या में भी भारी इजाफा होता जा रहा है। इसलिए समग्र दृष्टि से विचार कीजिए।