चंदौली पुलिस फिर बनी नंबर 1, IGRS के निस्तारण में लगातार तीसरे माह भी पहली रैंक
रंग ला रही पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे की मेहनत
अधीनस्थों को लगातार समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु करते हैं निर्देशित
चंदौली को मिला 125 में से 125 अंक
चंदौली जिले की पुलिस अपने लगातार खास उपलब्धियां की वजह से शासन की रैंकिंग में पहले स्थान पर बनी हुई है। चंदौली जिले की पुलिस को आईजीआरएस से मिली शिकायतों के निस्तारण में लगातार तीसरे माह पहली रैंक मिली है।
बताया जा रहा है कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद लगातार मॉनिटरिंग करने की वजह से पुलिस ने हमेशा गुणवत्ता पूर्ण कार्य किया है और सभी शिकायतों का निस्तारण किया है। इसके लिए अगस्त माह में भी चंदौली की पुलिस को 125 में से 125 अंक मिले हैं और पहला स्थान भी मिला है। जिले के कप्तान आदित्य लांग्हे ने अधीनस्थों को अपराध एवं अपराधियों के प्रति प्रदेश सरकार और शासन की शून्य सहनशीलता की नीति पर अक्षरश: अमल कर रही जनपद चन्दौली पुलिस ने कानून व्यवस्था के साथ ही शिकायत सुनवाई और निस्तारण में उत्तर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है।
चन्दौली पुलिस को प्रदेश सरकार की समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) से प्राप्त सभी 100% शिकायतों का निस्तारण करने पर लगातार 03 माह से प्रथम रैंक मिल रही है। माह अगस्त 2024 की रैकिंग में जनपद चन्दौली 125 में से 125 अंक प्राप्त कर प्रदेश में लगातार तीसरे माह भी प्रथम है, साथ ही जनपद चन्दौली के 16 थानें 90 अंक में से 90 अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान पर है ।
यह उपलब्धि यूं ही नहीं मिली इसके लिये श्री आदित्य लांग्हे, पुलिस अधीक्षक चन्दौली के निर्देशन में जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को गुणवत्तापूर्ण, त्वरित व समयबद्ध निस्तारण हेतु जनपद के समस्त अधिकारी व थाना प्रभारियों को लगातार निर्देशित किया जाता है। जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) के कार्यों की स्वयं मानीटरिंग करने सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण को लगातार निर्देश दिए जाते रहते हैं।
जनसुनवाई पोर्टल से प्राप्त शिकायतों को पुलिस कार्यालय में गठित आईजीआरएस सेल द्वारा सम्बंधित थानों पर आनलाईन प्रेषित की जाती है। समस्त सम्बन्धित अधिकारी एवं थाना प्रभारियों द्वारा प्राप्त सन्दर्भो की जांच आख्या आनलाइन दिये गये समय सीमा के अन्दर संबंधित को प्रेषित की जाती है और आवेदक पुलिस कार्यवाही से सन्तुष्ट है कि नहीं इसका फीडबैक भी पुलिस कार्यालय से लिया जाता है। जिससे की गयी जांच एवं पुलिस कार्यवाही की गुणवत्ता उच्च होती है।