अपराध नियंत्रण के लिए चंदौली पुलिस को मिली डिजिटल ट्रेनिंग, क्राइम कंट्रोल में बढ़ेगा आपसी तालमेल

एनसीआरपी पोर्टल, और समन्वय पोर्टल - पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे अपने कार्यों को अधिक कुशलता और बेहतर तालमेल के साथ कर सकें।
 

पुलिसकर्मियों को सिखाए गए 3 महत्वपूर्ण पोर्टल

विस्तार से दी गयी कार्यों की जानकारी

पुलिसकर्मी कर पाएंगे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल

जानिए किन-किन पोर्टल पर काम करेगी चंदौली पुलिस

 चंदौली जिले में अपराध और घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देश पर, जिले के सभी थानों की साइबर टीमों को बुधवार, 28 अगस्त 2025 को पुलिस लाइन में तीन प्रमुख डिजिटल पोर्टलों - साइट्रेन पोर्टल, एनसीआरपी पोर्टल, और समन्वय पोर्टल - पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे अपने कार्यों को अधिक कुशलता और बेहतर तालमेल के साथ कर सकें।

तीन प्रमुख पोर्टलों की ट्रेनिंग
इस प्रशिक्षण सत्र में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को इन पोर्टलों के उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

साइट्रेन पोर्टल: इस ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को राष्ट्रीय साइबर अपराध प्रशिक्षण केंद्र (साइ-ट्रेन) पोर्टल का उपयोग करना सिखाया गया। इसका मुख्य लक्ष्य साइबर अपराधों से निपटने, उनके प्रभाव को नियंत्रित करने और जांच-पड़ताल की क्षमता को बढ़ाना है। यह पोर्टल पुलिसकर्मियों को साइबर अपराधों की जांच के लिए जरूरी कौशल और ज्ञान प्रदान करता है।

एनसीआरपी पोर्टल: इस पोर्टल के जरिए पीड़ितों को साइबर अपराधों की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने में मदद मिलती है। ट्रेनिंग में बताया गया कि कैसे इस पोर्टल का इस्तेमाल करके विशेष रूप से ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी (सीपी), बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) और यौन रूप से स्पष्ट सामग्री से संबंधित शिकायतों का समाधान किया जा सकता है।

समन्वय पोर्टल: यह एक ऑनलाइन मंच है, जो विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल और सूचनाओं को साझा करने में मदद करता है। इस ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को सिखाया गया कि कैसे इस पोर्टल का उपयोग करके विभिन्न मामलों में अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए।

पुलिस अधीक्षक ने दिया निर्देश
पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने कहा कि इस तरह की ट्रेनिंग से पुलिसकर्मी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके अपराधों की जांच में अधिक प्रभावी होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन पोर्टलों का सही उपयोग करके पीड़ितों को न्याय दिलाने और अपराध की रोकथाम में मदद मिलेगी। इस प्रशिक्षण में अपर पुलिस अधीक्षक सदर अनंत चंद्रशेखर भी मौजूद थे। यह कदम दिखाता है कि चंदौली पुलिस अपराध नियंत्रण के लिए पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ डिजिटल साधनों का भी उपयोग कर रही है।