लगातार दूसरे महीने चंदौली पुलिस बनी नंबर-1, IGRS की शिकायतों के निस्तारण में सभी थाने नंबर 1

उक्त मूल्यांकन में चन्दौली पुलिस को प्रदेश के सभी 75 जनपदों में की गयी शत प्रतिशत कार्रवाई के कारण पहले रैंक पर रही। इसके साथ ही साथ जनपद के सभी 14 थाने ऑनलाइन प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में प्रथम स्थान पर रहे।
 

प्रदेश सरकार की ऑनलाईन शिकायत निस्तारण में चंदौली सबसे आगे

लगातार दूसरे माह में मिला प्रथम स्थान

जिले के सभी 14 थाने भी रहे पहले स्थान पर

चंदौली जिले की पुलिस ऑनलाइन शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण में पूरे प्रदेश में लगातार दूसरे माह में भी अव्वल बनी रही। चंदौली जनपद के सभी 14 थाने पहले स्थान पर देखे गए। इस तरह से माना जा रहा है कि ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण में चंदौली पुलिस का रिकॉर्ड अन्य जिलों से काफी बेहतर है।   
उत्तर प्रदेश सरकार की ऑनलाइन शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) सें प्राप्त शिकायतों का एसपी कार्यालय सहित सभी राजपत्रित अधिकारियों द्वारा समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं पर्यवेक्षण के फलस्वरूप प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में चन्दौली पुलिस को लगातार दूसरे माह अक्टूबर-2023 में प्रदेश स्तर पर जारी की गयी रैकिंग में प्रथम रैंक प्राप्त हुआ है। जनपद चन्दौली पुलिस के जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त सन्दर्भों का मुख्यमंत्री कार्यालय से मूल्यांकन किया जाता है। उक्त मूल्यांकन में चन्दौली पुलिस को प्रदेश के सभी 75 जनपदों में की गयी शत प्रतिशत कार्रवाई के कारण पहले रैंक पर रही। इसके साथ ही साथ जनपद के सभी 14 थाने ऑनलाइन प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में प्रथम स्थान पर रहे।

इस बारे में जिले के   पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार का कहना है कि आला अफसरों के निर्देशन में जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को गुणवत्तापूर्ण, त्वरित व समयबद्ध निस्तारण हेतु जनपद के समस्त अधिकारी व थाना प्रभारियों को लगातार निर्देशित किया जाता है। जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) के कार्यों की स्वयं मानीटरिंग करने सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी गण को लगातार निर्देश दिए जाते रहते हैं। जनसुनवाई पोर्टल से प्राप्त शिकायतों को पुलिस कार्यालय में गठित आईजीआरएस सेल द्वारा सम्बंधित थानों पर आनलाईन प्रेषित की जाती है। समस्त सम्बन्धित अधिकारी एवं थाना प्रभारियों द्वारा प्राप्त सन्दर्भो की जांच आख्या आनलाईन दिये गये समय सीमा के अन्दर संबंधित को प्रेषित की जाती है और आवेदक पुलिस कार्यवाही से सन्तुष्ट है कि नहीं इसका फीडबैक भी पुलिस कार्यालय से  लिया जाता है। इससे की गयी जांच एवं पुलिस कार्यवाही की गुणवत्ता उच्च होती है। इसी का नतीजा है कि जिले को पहली रैंकिंग मिली है।