क्या कप्तान साहब इस पर भी देंगे ध्यान, कब सुधरेगी PRV की रैंकिंग
पूर्वांचल में सबसे फिसड्डी है चंदौली
भदोही बना हुआ है नंबर 1
कैसे मौके पर पहुंचेगी पुलिस की टीम
डॉ. अनिल कुमार के सामने बड़ा चैलेंज
चंदौली जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने जब से जिले में कमान संभाली है तब से वह अपने विभाग के सारे महकमे को सुधारने की पहल कर चुके हैं। एसपी साहब अपने महकमे में कई विभागों की नकेल कस चुके हैं और कई जगहों पर तमाम तरह के सुधार भी किए हैं, लेकिन कप्तान साहब एक मामले में अब तक लगता है फेल साबित हो रहे हैं।
कहा जा रहे हैं कि डॉ. अनिल कुमार चंदौली जिले की पीआरवी 112 पुलिस टीम को पूरी तरह से दुरुस्त नहीं कर पाए हैं। तभी तो गुरुवार को जारी की गई विभिन्न विभागों की रैंकिंग में चंदौली जिले को संतोषजनक स्थान नहीं हासिल हुआ है। भले ही पुलिस कप्तान द्वारा आईजीआरएस में जनपद के 14 थाने और जिले को पहला स्थान पाने का जश्न मनाया जा रहा हो, लेकिन कप्तान साहब को 112 नंबर की पुलिस और क्विक रिस्पांस टीम पर भी ध्यान देने की जरूरत है, जिसमें 75 जिलों में टीम का स्थान 71 वां है।
ऐसा लगता है कि इस मामले में अभी पुलिस अधीक्षक में टीम की नकेल करने की कोशिश नहीं की है, क्योंकि पड़ोसी जिला भदोही इस मामले में नंबर एक है। वहीं मऊ, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, वाराणसी जैसी जिले भी चंदौली से बेहतर स्थिति में हैं।
इस मामले में चंदौली का रिस्पांस टाइम शहरी क्षेत्र में 10 मिनट और ग्रामीण क्षेत्रों में 11 मिनट 7 सेकंड है। इस तरह से देखा जाए तो उनका कुल औसत समय 10 मिनट 27 सेकंड है, जबकि भदोही जिले का औसत समय केवल 7 मिनट 12 सेकंड का है। इस तरह से भदोही पहले स्थान पर है।
उत्तर प्रदेश की पीआरबी की जिम्मेदारी होती है कि घटना की सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंच जाए। यह सेवा 24 घंटे चालू रहती है। कंट्रोल रूम को सूचना मिलते ही संबंधित क्षेत्र की पीआरबी को जानकारी दी जाती है, ताकि वह मौके पर जल्द से जल्द पहुंच सके। इसके लिए पूरे प्रदेश में जनपदों की रैंकिंग दी जाती है। लगातार 23 महीने से चंदौली का पड़ोसी जिला भदोही अपनी नंबर 1 रैंकिंग को बनाए रखने में सफल रहा है, जबकि चंदौली 71वें स्थान पर है और पूर्वांचल के जिलों में चंदौली सबसे पीछे बताया जा रहा है।