पोषण ट्रैकर ने खोली 800 से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की पोल, घर से हो रहा था केंद्रों का संचालन
चंदौली में 363 आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिले
800 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की लापरवाही आई सामने
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने नोटिस जारी कर माँगा स्पष्टीकरण
चंदौली जिले में बाल एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन और लाभार्थियों की प्रभावी निगरानी के लिए शुरू किए गए 'पोषण ट्रैकर एप' ने जिले में बड़ी लापरवाही का खुलासा किया है। इस एप की रिपोर्ट के आधार पर जिले की 800 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की पोल खुल गई है, जिन्होंने या तो नियम तोड़े हैं या अपने केंद्र बंद रखे हैं।
आपको बता दें कि जिले में कुल 1873 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हैं। शासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्य और उनके दायित्व पर नजर रखने के लिए पोषण ट्रैकर को लागू किया था। इस एप को लागू करने से पहले कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया गया था। नियमानुसार, कार्यकर्ताओं को यह एप केंद्र पर ही खोलना होता है। उन्हें केंद्र पर अपनी उपस्थिति दर्शाने के लिए फोटो और वीडियो अपलोड करना होता है, साथ ही पंजीकृत लाभार्थियों का डेटा भी एप पर अपलोड करना अनिवार्य है।
लेकिन, पोषण ट्रैकर की रिपोर्ट बताती है कि जिले की अधिसंख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस एप का उपयोग मनमानी तरीके से कर रही हैं।
दो तरह की बड़ी लापरवाही:
- स्थान की मनमानी: 552 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नियमों को ताक पर रखते हुए अपने घर या गांव से ट्रैकर को खोलने का प्रयास किया।
- केंद्र बंद: 363 केंद्रों का तो संचालन ही नहीं किया जा रहा है। यहां तैनात कार्यकर्ताओं ने एप को खोला तक नहीं। जिला कार्यक्रम अधिकारी के अनुसार, यह स्थिति साफ दर्शाती है कि इन केंद्रों का संचालन प्रभावी नहीं हो रहा है।
कार्रवाई की तैयारी
इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) राजकपूर ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को एक पत्र भेजा है, जिसमें पोषण ट्रैकर पर मिली रिपोर्ट का हवाला दिया गया है।
इस संबंध में डीपीओ राजकपूर ने निर्देश दिया है कि संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तुरंत नोटिस जारी कर इस लापरवाही पर स्पष्टीकरण लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी हाल में केंद्र बंद नहीं होना चाहिए।