लोक आस्था का महापर्व डाला छठ पर चकिया नगर सहित ग्रामीण अंचलों में रही धूम
गूंजता रहा 'कांच ही बांस क बहंगिया बहंगी लचकत जाए'
गीतों से घाटों और बाजार व गांव रहे गुलजार
मौके पर दिखे सांसद व पूर्व विधायक के साथ SDM-ASP-CO रहे मौजूद
चंदौली जिला के चकिया नगर पंचायत सहित ग्रामीण अंचलों में सूर्य उपासना का महापर्व डाला छठ की धूम रही। गुरुवार की शाम ब्रति महिलाएं नदी, तालाब, पोखरा, जलाशयों में कमर भर पानी में खड़ा होकर अस्त होते भगवान भास्कर का पूजन अर्चन करने के उपरांत अर्ध्य दिया। महिलाओं के साथ पहुंचे परिजनों ने परिजनों ने भी अर्ध दिया।
इस दौरान उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा, अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार, सीओ राजीव कुमार सिसौदिया, प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार प्रजापति सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। पूजा के दौरान सांसद छोटेलाल खरवार, पूर्व विधायक श्री तपस्या पासवान मौजूद रहे।
बता दें कि सूर्य देव का यह पर्व अत्यंत कठिन पर्व है इस पर तीन दिन तक महिलाएं व्रत रखती हैं। आज शाम आस्तचलगामी सूर्य को अर्थ देने के लिए दिन में 3 बजे ही ब्रति महिलाएं परिजनों के साथ घरों से बांस के बने सूप दौरी में ठोकवा तथा विभिन्न प्रकार के प्रसाद लेकर घाटों तक पहुंची कई महिलाएं घर से लेते हुए पूजन स्थल तक पहुंची। कई ब्रतियों ने बाजा गांजा के साथ घाट तक पहुंची और घंटा कमर भर पानी में खड़ा रहकर भगवान भास्कर के अस्त होने का प्रतीक्षा कर रही थी, जैसे ही सूर्य देव बादलों में छिपने लगे ब्रति महिलाओं ने अर्थ देकर पूजा अर्चना किया।
चकिया नगर पंचायत स्थित मां काली पोखरा पर पूजन करने वाली ब्रतियों की भारी भीड़ रही पूजा अर्चना में आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा पूरे पोखरे का चक्रमण करती देखी गई। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजीव कुमार सिसौदिया, प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार प्रजापति पुलिस टीम के साथ भ्रमण करते रहे। छठ पूजा में आए लोगों की सुरक्षा तथा व्यवस्था के लिए जय मां काली सेवा समिति सहदुल्लापुर तथा युगांधर सेवा समिति के कार्यकर्ता स्टाल लगाकर व्यवस्था में लग रहे।
सांसद छोटेलाल खरवार पूर्व विधायक शिव तपस्या पासवान सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी छठ पूजा के दौरान पोखरे पर जाकर लोगों का उत्साह वर्धन किया। वहीं दोनों समितियां द्वारा सांसद तथा पूर्व विधायक को सम्मानित भी किया गया। इसके अलावा ग्रामीण अंचलों में इलिया कस्बा, खखडा, रोहाखी, बरियारपुर, मनकपड़ा, लेहरा, बेन, तियरी,सैदूपुर, सरैया, बसाढी, खरौझा, उसरी, मंगरौर आदि गांवों में भी ब्रति महिलाएं, पोखरा तथा तालाबों में पूजा अर्चना की।
इस दौरान घाटों पर कांच ही बांस क बहंगिया, बहंगी लचकत जाए, केलवा के पात पर उगला सूरजवा, उगा हो सूरज देव बिन आदि गीत बज रहे थे। छठ मैया के गीत से पूरा इलाका गुलजार हो रहा था।