डॉ भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह की अपमानजनक टिप्पणी से आक्रोशित हैं कांग्रेसी, पार्टी कर रही है इस्तीफे की मांग
चंदौली जिले के जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी पर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गयी अपमानजनक टिप्पणी पर माफ़ी माँगने और इस्तीफे तक कांग्रेस जारी रखेगी संघर्ष।
आपको बता दे की प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने बताया कि संविधान के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर सदन में संविधान पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रति की गई अशोभनीय, अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी से राष्ट्र मर्माहत है। देश चलाने वाले जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगो से देश के महापुरुषों ने कभी अपने नाम का उपहास की भाषा मे सम्बोधित किये जाने की कल्पना तक नही की होगी। जिसे गृहमंत्री ने सदन में मूर्तरूप दिया। ऊपर से ध्यान दिलाये जाने पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू करते हुए लोकतंत्र का गला घोंटने का कुत्सित प्रयास निंदनीय है। हम कांग्रेस के लोग संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष और किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार है।
इस संबंध ने उन्होंने पार्टी की आगे की रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि डॉक्टर अंबेडकर जी सहित महान पुरुषों की विरासत और संविधान की रक्षा के सवाल को लेकर हम लोगो के बीच जाएंगे और बताएंगे कि किस तरह से यह सरकार जनता के सवालों के सवालों से बचने के लिये रोज रोज नए नए नाटक कर रही है , धर्म के नाम पर आपस मे लड़ाने , नफरत की राजनीति करने और महापुरुषों का अपमान करने उनकी विरासत को मिटाने का काम कर रही है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया गया है कि आगामी 24 दिसम्बर को कांग्रेसजन बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके "बाबा साहेब अंबेडकर सम्मान मार्च का आयोजन करेंगे। तदोपरांत महामहिम राष्ट्रपति महोदय को जिलाधिकारी के माध्यम से गृहमंत्री द्वारा देश से माफ़ी मांगने और गृहमंत्री के बर्खास्तगी की मांग वाला एक ज्ञापन भी सौपेंगे ।
उन्होंने अपनी बात आगे जारी रखते हुए कहा कि उच्च सदन में मणिपुर, सम्भल जैसे ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा होनी थी परंतु संविधान पर चर्चा के दौरान देश के महान नेता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को निशाना बनाते हुए मणिपुर और सम्भल पर चर्चा से बच निकलने का सरकार ने घटिया रास्ता चुना । अपनी मांगों के सवाल को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस और गठबंधन के सांसदों के साथ सत्ताधारियों ने धक्का मुक्की की और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को धक्का देकर गिरा दिया। धक्कामुक्की में अन्य सांसद भी गिरे लेकिन इनके निशाने पर नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी, सांसद और मल्लिकार्जुन खड़गे साहब थे। मोदी जी और उनकी सरकार पूरी बेशर्मी के साथ अपने गृहमंत्री को बचाने और शर्म से मुँह छिपाने की जगह एक षडयंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष सांसद राहुल गांधी पर संगीन आपराधिक धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराए है। हम कांग्रेसजन इसकी कड़े शब्दों में भर्त्सना करते है और मांग करते है कि महामहिम राष्ट्रपति महोदय लोकतंत्र की रक्षा के लिए आगे आये ताकि देश और संविधान बचा रहे।