विश्व शांति का उद्देश्य लेकर आये दक्षिण कोरिया के बौद्ध भिक्षु, विदेशी टीम को गड्ढे भरे रास्ते से गुजरना पड़ा, खुली आकांक्षात्मक जनपद की पोल
 

इस दृश्य को कोरियाई मीडिया तथा कैमरामैन अपने कैमरे में बखूबी कैद करते रहे और अपनी भाषाओं में चुुटकियां लेते नजर आए। जिससे अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश की छवि कहीं ना कहीं से धूमिल होती दिखाई दे रही थी।
 

जगह जगह हुआ कोरियाई दल का स्वागत

फूलों की बरसात कर किया गया स्वागत

गड्ढों को पाटने का तरीका रिकॉर्ड कर ले गए विदेशी पर्यटक


चंदौली जिला में दक्षिण कोरिया के 108 बौद्ध भिक्षुओं का दल सोमवार की सुबह 6 बजे चकिया कोतवाली क्षेत्र के किसान इंटर कॉलेज सैदूपुर पर पहुंचा। कॉलेज के गेट पर बौद्ध भिक्षु के पहुंचते ही उनके ऊपर फूलों की वर्षा कर उनका जोरदार स्वागत किया गया। एक घंटा 10 मिनट तक नाश्ता व विश्राम के बाद उनका दल पुनः बोधगया बिहार के लिए पैदल यात्रा करते हुए रवाना हो गया।

 इस दौरान सैैदूपुर कस्बा, बेन पुल पर स्वागत के बाद तियरी गांव में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह तथा उनकी पूरी टीम ने बौद्ध यात्रा में शामिल बौद्ध भिच्छुओं के ऊपर फूल बरसाए तथा माला पहनाकर स्वागत किया। जहां कुछ देर ठहरने के बाद टीम बोधगया के लिए रवाना हुई। बिहार प्रांत की सीमा प्रवेश करने के पूर्व मालदह गांव से गुजरते वक्त बौद्ध भिक्षुओं की टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। 

ज्ञातव्य हो कि सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे प्रशासनिक व्यवस्था का पोल खोलते नजर आए। एक सप्ताह पूर्व कोरियाई टीम के आने की सूचना के बाद भी मालदह गांव में सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे का मरम्मत कराना उचित नहीं समझा गया। एन वक्त पर ईट की दुकड़िया तथा भस्सी डालकर रोलर से उसकी पढ़ाई कराई जा रही थी। जिस पर से उड़ते धूल के बीच बौद्ध भिक्षु का काफिला गुजरता रहा। 

इस दृश्य को कोरियाई मीडिया तथा कैमरामैन अपने कैमरे में बखूबी कैद करते रहे और अपनी भाषाओं में चुुटकियां लेते नजर आए। जिससे अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश की छवि कहीं ना कहीं से धूमिल होती दिखाई दे रही थी। वहीं बिहार में दल को प्रवेश कराने के बाद प्रशासन के लोगों ने राहत की सांस ली।

बता दें कि भारत एवं दक्षिण कोरिया के 50 वर्षों के डिप्लोमेटिक रिलेशंस एवं विश्व शांति के उद्देश्य से बौद्ध भिक्षुओं का दल 43 दिनों की पदयात्रा पर निकले हैं। ट्रांसपोर्टर गाइड नवीन सिन्हा ने बताया कि बौद्ध भिक्षु का दल उत्तर प्रदेश एवं बिहार के विभिन्न बौद्ध स्थलों का पद यात्रा के माध्यम से भ्रमण करते हुए लगभग 1167 किलोमीटर की यात्रा तय करेंगे। जो बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली, कुशीनगर, लुंबिनी होते हुए 19 मार्च को श्रावस्ती में पदयात्रा का समापन होगा। 

इस दौरान उपजिलाधिकारी ज्वाला प्रसाद, पुलिस क्षेत्राधिकारी रघुराज, प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार, थानाध्यक्ष मिर्जा रिजवान बेग, चौकी प्रभारी अभिषेक शुक्ला, देवेंद्र साहू, शिव बाबू यादव सहित भारी पुलिस फोर्स, पीएसी के जवान तथा यातायात पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में लगी रही।