जिले में डीएपी को लेकर किसान परेशान, कृषि विभाग का दावा जल्द आएगी रैक
पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध नहीं होने से किसान परेशान
किसानों को नैनो डीएपी के प्रयोग के लिए किया जा रहा है जागरूक
कवई पहाड़पुर, जनौली समितियों के लिए भेजी गई डिमांड
चंदौली जिले में रबी की बोआई का कार्य आरंभ हो गया है, लेकिन समितियों पर डीएपी नहीं मिलने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कृषि विभाग का दावा कि समितियों पर डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। जल्द ही एक रैक डीएपी आ जाएगी।
आपको बता दें कि नवंबर माह में डीएपी की खपत 3402 मीट्रिक टन है। इसके सापेक्ष अब तक 4061 मीट्रिक टन डीएपी समितियों पर उपलब्ध करा दी गई है। वहीं जनपद में रबी के लिए डीएपी का कोटा (लक्ष्य) 12931 मोट्रिक टन है। डीएपी की उपलब्धता को लेकर शुक्रवार को पड़ताल की तो सकलडीहा के 13 समितियों पर 15 15 टन डीएपी की खेप पहुंचाकर बिक्री की जा रही है। घरहरा व सलेमपुर में दोबारा चेक लगा है। ताजपुर में डीएपी आने वाली है। डिग्धी, धूस, संघति, गोकुलपुर व दिघवट में किसानों के लिए डीएपी उपलब्ध है।
बताते चलें कि चकिया नगर स्थित सहदुल्लापुर समिति, क्रय विक्रय सहकारी समिति मोहम्मदाबाद में डीएपी नदारद है। वहीं सिकंदरपुर, बैरी उतरीत में 30-30 टन डीएपी उपलब्ध है। शिकारगंज सरकारी समिति पर 15 टन डीएपी उपलब्ध है। वितरण कार्य शनिवार से प्रारंभ होने की उम्मीद है। घानापुर 13 समितियों में सात समितियों पर डीएपी पहुंच गई है। शेष छह समितियों पर दो से तीन दिन के अंदर डीएपी के पहुंचने की संभावना बताई जा रही है।
इस संबंध में एडीओ कोआपरेटिव अभिषेक सिंह ने बताया कि विकास क्षेत्र के धानापुर, डबरिया, अवही समितियों पर तीन सौ बोरी डीएपी का वितरण किया जा चुका है। जबकि वभनियाव कमालपुर, बम्हनियांव रायपुर, नीदिलपुर और रामपुर समितियों पर डीएपी वितरण का कार्य चल रहा है। डीएपी का वितरण जिलाधिकारी के निर्देश पर राजस्व कर्मियों की निगरानी में किया जा रहा है। गृह समितियों तोरवा शांतिपुर, कवई पहाड़पुर, जनौली, एवती, महेशी और डोढीयां के लिए डिमांड भेजी गई है। किसानों को एक एकड़ पर एक योरी डीएपी दी जा रही है। जिन्हें अधिक की आवश्यकता है उन किसानों को नैनो डीएपी के प्रयोग के लिए जागरूक किया जा रहा है।
पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध नहीं होने से किसान परेशान
शहाबगंज विकास खंड के क्षेत्रीय सहकारी समिति पर पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध नहीं होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय सहकारी समिति शहाबगंज पर 440 बोरी डीएपी उपलब्ध है।
जबकि समिति से पांच न्याय पंचायत के 26 गांव के किसानों के लिए उर्वरक की आपूर्ति की जाती है। समिति पर कर्मचारियों के कमी है। एक ही सचिव से इलिया व शहाबगंज का कार्य कराया जा रहा है। सहकारी समिति पर डीएपी उपलब्ध नहीं है।
एडीओ कोआपरेटिव सुनिल पाल ने बताया की शहाबगंज में डीएपी उपलब्ध है। विकास खंड के अन्य समितियों पर डीएपी का वितरण दो- तीन पूर्व कराया गया है। उर्वरक की मांग की गई है।