एयरपोर्ट जैसा स्टेशन बनाने का था प्लान, हल्की बारिश में ही टपकने लगी स्टेशन की छत

अति व्यस्त पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की छत बारिश होते ही टपकने लगी है। जगह जगह पानी टपकने से यात्री परेशान हो गए। रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना तैयार की गई है।
 

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की टपक रही है छत

यात्रियों को हो रही बहुत परेशानी

कब तक होता रहेगा काम की क्वालिटी से समझौता

चंदौली जले के अति व्यस्त पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की छत बारिश होते ही टपकने लगी है। जगह जगह पानी टपकने से यात्री परेशान हो गए। रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना तैयार की गई है। इस चक्कर में रेलवे स्टेशन की छत तक की मरम्मत नहीं की गई है। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा। 

आपको बता दें कि स्थानीय रेलवे स्टेशन का रिडेवलपमेंट किया जाना है। इसे एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाना है। इसके लिए लगातार तैयारियां की जा रही हैं। डिजाइन आदि को अंतिम रूप दिया रहा है। वर्तमान में यहां पानी टपक रहा है। फुट ओवर ब्रिज पर लिफ्ट के पास ही पानी टपकता है। इसी तरह कानकोर्स एरिया में भी पानी टपकने लगा है ।

यहा से अधिक ट्रेनों का आवागमन हो रहा है। वहीं तीस हजार यात्री प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर आते हैं। इस बीच रेल स्टेशन भवन की छत कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। इसकी मरम्मत नहीं की जा रही है। स्थिति यह है कि तेज बारिश होने पर प्लेटफार्म संख्या एक और दो पर यात्रियों के बैठने के स्थान पर सीमेंटेड और लोहे की चादर की छत कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने से आवागमन करने वाले यात्रियों को दिक्कत होती है। फुटओवर ब्रिज से प्लेटफार्म संख्या सात और आठ पर जाने वाले स्थान पर पानी झरने की तरह गिरता है। प्लेटफार्म संख्या पांच और छह छोटे पुल के पहले यात्रियों के बैठने वाले स्थान पर सीमेंटेड चादर की छत से पानी टपकता है। यही नहीं तेज बारिश होने पर एस्केलेटर जाने वाले रास्ते पर भी पानी टपकता है। ऐसा नहीं है कि इसकी रिपोर्ट नहीं तैयार की गई है। संबंधित विभाग ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को दी है।

इस संबंध में मंडल जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि बारिश के पहले कई स्थानों पर मरम्मत का कार्य कराया गया है। यदि कहीं और शिकायत मिलती है तो मरम्मत कार्य कराया जाएगा।