आज देव दीपावली पर लाखों दीपक से जगमग होंगे सरोवर और घाट
बलुआघाट पर सज रहा मंच
भव्य गंगा महाआरती के साक्षी बनेंगे भक्तगण
बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट जुटेंगे आस्थावान
शाम को गंगा आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे आयोजित
देवोत्थान एकादशी के बाद शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली का भव्य आयोजन जिलेभर में होगा। गंगा घाट से लेकर सरोवरों और तालाबों पर तकरीबन 50 हजार दीप तारों की तरह टिमटिमाते नजर आएंगे। इसकी तैयारी तेजी से चल रही है।
आपको बता दें कि बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट देव दीपावली की तैयारी गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल के नेतृत्व में कराई जा रही है। वहां भव्य मंच तैयार होने के साथ ही असंख्य दीप जलाएं जाएंगे साथ ही शाम को गंगा आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा।
बताते चलें कि कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपापली को भव्य तरीके से मनाने के लिए पीडीडीयू नगर के मानसरोवर तालाब, चकिया के मां काली मंदिर पोखरा, सकलडीहा में शिवसरोवर, बलुआघाट पर साफ-सफाई के साथ मंच बनाने की तैयारी गुरुवार को दिनभर चलती रही। वहीं शुक्रवार की सुबह भोर से कार्तिक स्नान की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके लिए सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं।
बता दें कि सुबह स्नान के बाद शाम 4 बजे से देव दीपावली का कार्यक्रम होगा। घाट किनारे 21 हजार दीपों से घाट को सजाया जाएगा। शाम को गंगा महाआरती, गोष्ठी व सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू होगा। गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने बताया कि यह कार्यक्रम 15 वर्षों से अनवरत चल रहा है। इस वर्ष भी भव्य देव दीपावली मनाने का कार्यक्रम भव्य होगा। इसके लिए घाट पर साफ सफाई की गयी। गंगा आरती मंच को फूल मालाओं से सजाया गया। मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों के लिए जेट्टी पर मंच बनाया गया है।
इस संबंध में समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने बताया कि सोमवार को सुबह कार्तिक पूर्णिमा का स्नान होगा, जो दोपहर तक चलता है। शाम 4 बजे से सर्व प्रथम मां गंगा का दुग्धाभिषेक होगा। 21 हजार दीपों से पूरे घाट नये व पुराने पर रंगोली बनाकर सजाया जायेगा। शाम 5 बजे के बाद घाट पर दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा। शाम 7 बजे से गंगा महाआरती होगी। उसके बाद गंगा महोत्सव पर गोष्ठी में मुख्य अतिथि मंत्री दया शंकर मिश्र दयालु सहित अन्य अतिथि शिरकत करेंगे। गोष्ठी के बाद कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। जो देर रात तक चलेगा।