चंदौली के दुर्गेश समेत चार शहीद पुलिसकर्मियों के आश्रितों को DGP ने सौंपा चेक, परिवार को मिले   ₹1.70 करोड़  

सबसे अधिक राशि ₹1.95 करोड़ आरक्षी जितेन्द्र पाल के परिजनों को दी गई, जिनकी मृत्यु 12 दिसंबर 2024 को ड्यूटी के दौरान एक ट्रैक्टर-ट्रॉली द्वारा टक्कर मारने से हुई थी।
 

DGP राजीव कृष्ण ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को दिया आश्वासन

परिजनों को सौंपा आर्थिक सहायता का चेक

कहा - पुलिस बल के बलिदान को हमेशा याद रखेगा समाज

उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण द्वारा शनिवार को एक भावुक और सम्मानजनक समारोह में चार शहीद पुलिसकर्मियों के आश्रितों को बैंक ऑफ बड़ौदा की पुलिस सैलरी पैकेज (PSP) योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता के रूप में चेक प्रदान किए गए। यह पहल न केवल पुलिसकर्मियों के बलिदान को सम्मानित करने का प्रयास था, बल्कि उनके परिजनों को सामाजिक और आर्थिक संबल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

सबसे अधिक राशि ₹1.95 करोड़ आरक्षी जितेन्द्र पाल के परिजनों को दी गई, जिनकी मृत्यु 12 दिसंबर 2024 को ड्यूटी के दौरान एक ट्रैक्टर-ट्रॉली द्वारा टक्कर मारने से हुई थी। वहीं शेष तीन शहीदों में से हर एक को  ₹1.70 करोड़ की सहायता राशि दी गई।

मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह की मौत 18 मई 2025 को जौनपुर में गौ-तस्करों द्वारा ड्यूटी के दौरान वाहन से कुचल दिए जाने के कारण हुई थी। दुर्गेश मूल रूप से चंदौली जनपद के सकलडीहा थाना क्षेत्र के उकनी गांव के निवासी थे। उनके पिता दीनानाथ सिंह किसान हैं और माता उर्मिला देवी गृहिणी हैं। दुर्गेश ने 2011 में पुलिस सेवा में कदम रखा था और विभिन्न स्थानों पर तैनाती के बाद 2024 में पुनः जौनपुर में पोस्टिंग पाई थी। उनकी पत्नी प्रियंका सिंह एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। दुर्गेश की दो बेटियां हैं, जिनमें एक 16 वर्ष की और दूसरी मात्र 2 वर्ष की है।

अन्य शहीदों में आरक्षी वीरेन्द्र कुमार सरोज, जिनकी मृत्यु 5 मार्च 2025 को महाकुंभ ड्यूटी से लौटते समय डंपर की टक्कर से हुई, तथा फालोवर बृजेश कुमार, जो 10 नवंबर 2024 को सड़क दुर्घटना में पिकअप वाहन की टक्कर से शहीद हुए, शामिल रहे।

इस अवसर पर DGP राजीव कृष्ण ने कहा, “पुलिसकर्मी समाज की सेवा में अपने प्राण तक न्योछावर कर देते हैं। यह सहायता राशि उनके परिवारों को एक नई दिशा देने का प्रयास है और यह संदेश देती है कि पुलिस विभाग और राज्य सरकार हर परिस्थिति में अपने कर्मियों के साथ खड़े हैं।”