चंदौली के धान खरीद केन्द्रों पर नहीं आएंगे किसान, कम से कम 10-15 दिनों तक करना होगा इंतजार    

चंदौली जिले में एक नवंबर से धान की खरीद शुरू तो हो गई लेकिन जिले में फसल अभी तैयार न होने से क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है। बीते तीन दिनों में जिले कुल 112 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद नहीं हुई है।
 

 क्रय केंद्रों पर पसरा है सन्नाटा

तीन दिनों में नहीं हुई बोहनी

100 क्विंटल से ज्यादा बेचने वाले 8103 किसानों का सत्यापन बाकी

पता नहीं क्यों अभी तक नहीं हो पाया सत्यापन

चंदौली जिले में एक नवंबर से धान की खरीद शुरू तो हो गई लेकिन जिले में फसल अभी तैयार न होने से क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है। बीते तीन दिनों में जिले कुल 112 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद नहीं हुई है। इस बार 2300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 2.35 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। रविवार तक धान की बिक्री के लिए 9629 किसानों ने कराया पंजीकरण लिया है। सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है।


आपको बता दें कि शासन ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इस सीजन 2.35 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है।धान की खरीद के लिए जिले भर में खाद्य विभाग के 46 केंद्रों पर, भारतीय खाद्य निगम के दो, यूपी सहाकारी संघ के 26, यूपी को ऑपरेटिव यूनियन के 28, यूपी उपभोक्ता सहकारी संघ के नौ और नवीन मंडी परिसर में उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी परिषद के एक क्रय केंद्र सहित 112 केंद्रों पर धान की खरीद होगी। जहां बीते वर्ष सामान्य धान का समर्थन मूल्य 2183 रुपये के मुकाबले इस बार इसे 117 रुपये बढ़ाकर 2300 रुपये प्रति क्विंटल दर से धान की खरीद की जाएगी।


वहीं, ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य 2320 रुपये प्रति क्विंटल है। जिले इस खरीफ सीजन में 1.16 लाख हेक्टेयर में थान की खेती की गई है। मानसून के साथ देने से फसल अच्छी हुई है। 8103 किसानों का सत्यापन लंबित जिले भर से धान की बिक्री के लिए रविवार तक रसद विभाग की वेबसाइट के पर 9629 किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। इनमें 100 क्विंटल से अधिक धान की बिक्री के लिए 8103 किसानों का सत्यापन एडीएम और एसडीएम स्तर पर लंबित है। इसमें एसडीएम स्तर 7744 और एडीएम 359 किसानों का सत्यापन लंवित है। जबकि अभी तक 898 किसानों का धान खरीद के लिए सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो पाई है।


इस सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी अनुपम निगम का कहना है कि धान खरीद के लिए जिले में 112 केंद्र बनाए गए है। अभी किसी भी केंद्र पर कोई खरीद की सूचना नहीं है। वहीं, 9629 किसानों ने पंजीकरण कराया है, जिनके दस्तावेजों की सत्यापन किया जा रहा है।