धान खरीद में चंदौली जिला टॉप-10 में, किसानों का 2.12 करोड़ का भुगतान बाकी

किसानों का 2.12 करोड़ रुपये अब तक बकाया
तकनीकी कारणों से रुका भुगतान
30 हजार 81 किसानों ने केंद्रों पर बेची थी अपनी उपज
पैसे के लिए किसान हो रहे हैं परेशान
चंदौली जिले में इस बार निर्धारित लक्ष्य से अधिक धान की खरीद की गई। इसका भुगतान भी किसानों के खाते में किया गया है। लेकिन किसानों के खाते में तकनीकी कारणों से अभी दो करोड़ 12 लाख रुपये का भुगतान बकाया है। विभाग की ओर से किसानों के खातों को ठीक कराकर जल्द ही भुगतान करने का दावा किया जा रहा है। फिलहाल लक्ष्य से अधिक धान की खरीद होने से जिला प्रदेश की टाप टेन सूची में शामिल है। संभवतः जिला प्रदेश की रैकिंग में तीसरे स्थान पर है।
आपको बता दें कि शासन की ओर से इस वर्ष जिले में 2 लाख 35 हजार मिट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके लिए विभिन्न एजेंसियों के कुल 112 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद एक नवंबर से ही शुरू की गई थी। फरवरी माह तक कुल 30 हजार 81 किसानों से दो लाख 39 हजार एमटी धान की खरीद की गई। इससे जिले में लक्ष्य से चार हजार मिट्रिक टन अधिक खरीद धान की खरीद की गई। इसमें धान बिक्री का 554 करोड़ 65 लाख रुपये का भुगतान भी किसानों के खाते में कर दिया गया है। लेकिन अभी दर्जन भर से अधिक किसानों के खाते में आयी तकनीकी कारणों के चलते 2 करोड़ 12 लाख रुपये का भुगतान नहीं हो पाया है। हालांकि विभाग की ओर से किसानों के खाते को ठीक कराकर भुगतान करने की कार्रवाई में लगा हुआ है। जल्द ही जिले के सभी किसानों को उनके धान का भुगतान भी कर दिया जाएगा।
पिछले वर्ष भी लक्ष्य से अधिक हुई थी खरीद
चंदौली जिले में शासन की ओर से जिले को पिछले वर्ष धान खरीद के लिए कुल 2.50 मिट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन लक्ष्य से अधिक कुल 2.66 लाख एमटी धान की खरीद की गई थी। यह करीब 16 हजार मिट्रिक टन अधिक खरीद हुई थी। इसके चलते धान का कटोरा यह जिला प्रदेश की रैकिंग में धान की खरीद में अव्वल रहा। इस बार भी प्रदेश की रैकिंग में जिला टापटेन में शामिल है।
इस संबंध में उपसंभागीय विपणन अधिकारी अनुपम कुमार निगम ने बताया कि जिले में निर्धारित लक्ष्य से अधिक धान की खरीद की गई है। इसका किसानों के खाते में भुगतान भी कर दिया गया है। कुछ किसानों के खातों में तकनीकी दिक्कतों के चलते भुगतान नहीं हो पाया है। ऐसे किसानों के खातों को ठीक कराया जा रहा है। जल्द ही इन किसानों का भी भुगतान की कार्रवाई कर दी जाएगी।