परिषदीय खेलकूद में  8 वीं बार धानापुर बना जिला चैंपियन,  चकिया को दूसरा व नौगढ़ को तीसरा स्थान

 यूपीएस बालिका वर्ग लम्बी कूद में धानापुर की पलक प्रथम रही। उच्च प्राथमिक बालक 400 मीटर और 600 दौड़ में उदित धानापुर का प्रथम रहा। 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में भी धानापुर का राजेश प्रथम रहा। 
 

  जिलास्तरीय रैली में शामिल हुए जिले के 9 ब्लाकों के बच्चे

153 अंक के साथ चकिया को मिला दूसरा स्थान

125 अंक पाकर नौगढ़ और सकलडीहा को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान

21 वीं जिलास्तरीय परिषदीय विद्यालयीय क्रीड़ा एवं साहित्य प्रतियोगिता में 237 अंक हासिलकर धानापुर जिला चैंपियन घोषित हुआ। 153 अंक से साथ चकिया को द्वितीय और 125 अंक लेकर नौगढ़ और सकलडीहा को तृतीय स्थान मिला।
वर्ष 2014 से अबतक लगातार 8 वीं बार धानापुर जिलाचैंपियन बना है। चकिया विधायक ने विजेता एवं उपजेता प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं मैडल प्रदानकर सम्मानित किया।

चंदौली जिले के नौगढ़ ब्लॉक अंतर्गत भेड़ा फार्म के मैदान में बुद्धवार को दो दिवसीय जिला स्तरीय बाल क्रीड़ा एवं प्रतियोगिता का समापन हुआ। जिसमें जिले के सभी 9 ब्लाक से जुड़े परिषदीय विद्यालयों के छात्र- छात्राओ ने पूरे मनोयोग से प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में पहले दिन के बचे हुए खेलो में धानापुर ने अपनी बढ़त जारी रखी। उच्च स्तर की बालक वर्ग में धानापुर ने चकिया को भारी अंतर से हराकर प्रथम स्थान हासिल किया। यूपीएस खो-खो बालक वर्ग मे धानापुर और चकिया का मैच बराबरी छूटा। दोनों टीमें 8-8 अंक के साथ सयुक्त रूप से विजेता घोषित हुई।

 यूपीएस बालिका वर्ग लम्बी कूद में धानापुर की पलक प्रथम रही। उच्च प्राथमिक बालक 400 मीटर और 600 दौड़ में उदित धानापुर का प्रथम रहा। 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में भी धानापुर का राजेश प्रथम रहा।  जिम्नास्टिक में धानापुर ने प्रथम व चकिया द्वितीय रही। विजेता एवं उपजेता को चकिया विधायक एवं अन्य अतिथियों द्वारा मेडल तथा अन्य पुरस्कार देकर सम्मनित किया गया।
 इस दौरान मुख्य रूप से खण्ड शिक्षाधिकारी धानापुर अवधेश नरायन सिंह, राम सिंह गहरवार, प्रदीप सिंह , प्रकाश सिंह , मंगलदेव शर्मा, मनीष यादव ,जयप्रकाश सिंह , मनीष  सिंह, शांतन्तु यादव, ज्ञानचन्द्र, मनोज यादव ,नत्थू यादव, नारद यादव, , शान्तनु यादव, , सतीश , ग्रिजेश दादा ,  यादव , सुजीत पाण्डेय आदि अन्य प्रमुख शिक्षक उपस्थित रहे। संचालन जिला व्यायाम शिक्षक विवेकानंद दुबे ने किया  किया।