मुख्यमंत्री की फटकार के बाद DM करने लगे कार्रवाई, जानिए आज की मीटिंग का नजारा
 

 

चंदौली जिले मे जिलाधिकारी संजीव सिंह कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में कर-करेत्तर व राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक हुई। बैठक के दौरान प्रभागीय संभागीय परिवहन अधिकारी, खनन विभाग, वाणिज्य कर की वसूली लक्ष्य के सापेक्ष कम रहने पर कठोर चेतावनी देते हुए अगली बैठक तक शत प्रतिशत वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए। 

इस मीटिंग में डिप्टी कमिश्नर बैठक में स्वयं बैठक में न आकर अपने अधीनस्थ अधिकारी को भेज दिया था। इस पर जिलाधिकारी काफी नाराज हो गए और मातहत को बैठक से बाहर का रास्ता दिखा दिया। साथ ही डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। 

24 घंटे के अंदर जले ट्रांसफार्मर बदलने का प्रॉविधान

जले ट्रांसफार्मर को बदलने में लेट लतीफी की शिकायत पर संबंधित अधिकारी को हिदायत देते हुए कहा कि लापरवाही न बरती जाए विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश सरकार एवं ऊर्जा मंत्री जी के साफ-साफ निर्देश है कि 24 घंटे के अंदर जले ट्रांसफार्मर बदलने का प्राविधान है, यदि इसके बावजूद भी बिजली विभाग शिथिलता बरतेंगे तो शासन स्तर से कार्यवाही सुनिश्चित होगी। 


सकलडीहा तहसीलदार पर नाराज

सभी तहसीलदार के द्वारा किए गए वसूली की समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा किया गया। सकलडीहा तहसीलदार द्वारा वसूली की प्रगति में काफी शिथिलता बरती पाई गई साथ ही बैठक की सूचना के बावजूद प्रतिभाग नहीं करने पर स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए। 
      
 जिलाधिकारी ने बैठक की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कहा कि 5 वर्ष से पुराने और विवादित वादों में प्राथमिकता के आधार पर निष्पक्ष व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। गैर विवादित तालाबों की जमीन का सीमांकन करते हुए खुदाई की कार्यवाही अभिलंब शुरू की जाए। आवंटित पट्टे की जमीन को, पट्टे धारक को दखल नामा जरूर दें।  सभी उपजिलाधिकारी, तहसीलदार सकलडीहा द्वारा वादों के निस्तारण की स्थिति संतोषजनक न रहने पर गहरी नाराजगी जताई। 

आइजीआरएस पोर्टल की निगरानी

बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आइजीआरएस पोर्टल पर मुख्यमंत्री सन्दर्भ, जिलाधिकारी संदर्भ, ऑनलाइन संदर्भ सहित अन्य सभी पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण किया जाना सुनिश्चित हो। जो डिफाल्टर श्रेणी में काफी शिकायत पत्र रहते हैं जो अत्यंत असंतोषजनक है। प्रतिदिन कार्यालयाध्यक्ष स्वयं पोर्टल की समीक्षा करें प्राप्त शिकायत पत्र का गुणवत्तापूर्ण समय बाद तरीके से निस्तारण किया जाना सुनिश्चित हो लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बार-बार निर्देशित करने के बावजूद भी जिन विभागों की शिकायतें डिफाल्टर श्रेणी में जाएगी या निस्तारण गुणवत्तापूर्ण नहीं रहेगी उनकी शासन स्तर से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। 


इस बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व उपजिलाधिकारी चकिया प्रेम प्रकाश मीणा, समस्त उपजिलाधिकारी सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।