ICDS की मीटिंग में कुपोषण पर चर्चा, रैंकिंग सुधारने में विभाग का रोल अहम

जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि कुपोषण को खत्म करना सरकार की प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी विभागों को समन्वय बनाकर जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा।
 

बाल-विकास विभाग की डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने की बिंदुवार समीक्षा

कुपोषण पर नियंत्रण पर बारीकी से दिए सुझाव

जनपद की बेहतर रैंकिंग के लिए मिलकर काम करने का फरमान 

चंदौली जिले के जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण और कन्वर्जेन्स समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) कार्यक्रमों की बिंदुवार समीक्षा की गई और पोषण सुधार संबंधी विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति पर चर्चा की गई।

कुपोषित बच्चों की पहचान और इलाज में लाएं तेजी
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सैम (गंभीर रूप से कुपोषित) व मैम (मध्यम रूप से कुपोषित) बच्चों की पहचान के लिए अभियान चलाएं। ऐसे बच्चों को समय से एनआरसी (Newborn Resource Centre) में भर्ती कराकर बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए, ताकि तीन माह के भीतर उन्हें सामान्य श्रेणी में लाया जा सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

गर्भवती महिलाओं और बच्चों के टीकाकरण पर जोर
जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के नियमित टीकाकरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण की मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर लाभार्थी तक योजनाओं का लाभ पारदर्शिता के साथ पहुंचना चाहिए। साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्रिय रूप से कार्यशील रखने की बात कही।

पोषण ट्रैकर ऐप और ई-कवच सर्वे की धीमी प्रगति पर नाराज़गी
बैठक में पोषण ट्रैकर ऐप पर एफआरएस (चेहरा पहचान प्रणाली) और दक्षता मापन फीडिंग की धीमी प्रगति पर डीएम ने गंभीर नाराज़गी जताई। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को चेतावनी देते हुए निर्देश दिया कि फीडिंग में तेजी लाई जाए और ई-कवच सर्वे कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाए।

हॉट कुक्ड मील और पोषण पोटली का समय से वितरण सुनिश्चित करें
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा समय पर हॉट कुक्ड मील का वितरण सुनिश्चित किया जाए। पोषण पोटली (पोषण सामग्री की किट) का वितरण समयबद्ध और नियमित रूप से हो ताकि लाभार्थियों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके।

जनपद में नई आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की रिपोर्ट मांगी
बैठक के दौरान डीएम ने नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की स्थिति पर चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों से स्थिति रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने कहा कि जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार नए केंद्र खोले जाएं।

विद्यालयों में लर्निंग लैब निर्माण की प्रगति पर चर्चा
बैठक में विद्यालयों में लर्निंग लैब की स्थापना को लेकर भी समीक्षा की गई। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य की प्रगति में तेजी लाई जाए ताकि छात्रों को तकनीकी और रचनात्मक शिक्षा के बेहतर संसाधन उपलब्ध कराए जा सकें।

बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आर जगत साईं, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई के राय, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला बाल विकास पुष्टाहार अधिकारी, डीसी एनआरएलएम, खंड विकास अधिकारीगण समेत सभी सीडीपीओ उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि कुपोषण को खत्म करना सरकार की प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी विभागों को समन्वय बनाकर जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनपद की रैंकिंग सुधारने के लिए सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन गंभीरता से करना होगा।