DM के सामने खुली घटिया सामान से मेडिकल कॉलेज बनाने की पोल, दोयम दर्जे की सामग्री की होगी जांच
सरकार व प्रशासन की आंख में धूल झोंक रहे ठेकेदार
जिलाधिकारी ने दिए कई निर्देश
हटाए जाएंगे अवैध दुकानदारों के कब्जे
नहर के पानी की होगी जल निकासी की व्यवस्था
चंदौली के निर्माणाधीन बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय में बन रहे चिकित्सकीय परिसर का मंगलवार को जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मौके पर दोयम दर्जे की सामग्री देखने को मिली। साथ ही एजेंसी के द्वारा निर्माण में की जा रही देरी को देखते हुए नाराजगी जाहिर की और सभी को चेतावनी भी दी। इसके साथ ही निर्माण में लगाए जा रही सामग्री को थर्ड पार्टी लैब में परीक्षण के लिए भेजने का निर्देश देते हुए परीक्षण के रिपोर्ट को भी तलब किया है।
आपको बता दें कि चंदौली जनपद के जिला मुख्यालय स्थित पंडित कमला पति चिकित्सालय में निर्माधीन मेडिकल कॉलेज के परिसर का जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दोयम दर्जे के ईंट व सामग्री को देखने के बाद भड़क गए, तत्काल निर्देश दिया कि सभी निर्माण सामग्रियों का परीक्षण लैब में कराया जाए और उसकी रिपोर्ट दिखाई जाए ,यही नहीं थर्ड पार्टी से भी जांच करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी में बताया कि नवंबर 2024 तक मेडिकल कॉलेज के चिकित्सीय परिसर का कार्य पूरा करा देना है और इसी सत्र से मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई चंदौली में प्रारंभ होनी है, जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को दिन और रात गुणवत्ता पूर्ण कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया है।
इस दौरान मेडिकल कॉलेज के बाहर अतिक्रमण किए गए दुकानदारों पर भी जिलाधिकारी की टेढ़ी नजर रही, उन्होंने जाकर तत्काल दुकानदारों को 24 घंटे की मोहलत देते हुए दुकानों को खाली करने का निर्देश दिया है। उन्होंने नगर पंचायत को भी सूचित कर दिया है कि 24 घंटे के बाद अगर दुकानदार चिकित्सालय के बाहर का आक्रमण नहीं हटाते हैं तो उनको जबरदस्ती हटाया जाएगा और सारा सामान जब्त कर लिया जाएगा।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने मेडिकल वेस्ट को भी जिला अस्पताल के परिसर से हटाए जाने हेतु सीएमएस को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इसके साथ ही अस्पताल में वाटर लागिंग की समस्या को लेकर जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल से सटे माइनर का मौके पर जाकर मुआयना किया और समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के संबंधित अधिकारियों को देर शाम तलब भी किया है, ताकि अस्पताल में जल भराव न हो।
इस निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वाईके राय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सत्यप्रकाश, मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।