जांच टीम को देखकर मौके से फरार हुआ पशु चिकित्सक में शामिल होने से पहले ही भागा डॉक्टर

उसके ऊपर आरोप है कि मुख्यमंत्री सहभागिता योजना कार्यक्रम के तहत 2018 से पशु चिकित्सक डॉ पंकज सिंह सुनियोजित तरीके से अपनी पत्नी सुजीता और नाबालिग बेटी अन्नया को लाभार्थी बनाकर  उनके खाते में चारे की रकम डालकर बंदरबांट कर रहे थे।
 

तहसीलदार को देख फरार हुआ डॉक्टर

पत्नी और बेटी के खाते में गोवंश के चारे की रकम डालने का मामला

डीएम ने नियुक्त कर दी है तीन सदस्यीय जांच टीम

चंदौली जिले की नौगढ़ तहसील  मैं हुए एक घोटाले के मामले में जांच करने पहुंचे तहसीलदार को देखकर मौके से पशु चिकित्सक फरार हो गया। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे के निर्देश पर मुख्यमंत्री बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना में अपनी पत्नी और बेटी के खाते में रकम डालने के मामले की जांच करने तहसीलदार राहुल सिंह मंगलवार को पशु चिकित्सालय नौगढ़ पर टीम के साथ पहुंचे थे ।

 बताया जा रहा है कि टीम के आने की आहट सुनते ही नौगढ़ का आरोपी  पशु चिकित्सक दीवार फांद कर फरार हो गया।
उसके ऊपर आरोप है कि मुख्यमंत्री सहभागिता योजना कार्यक्रम के तहत 2018 से पशु चिकित्सक डॉ पंकज सिंह सुनियोजित तरीके से अपनी पत्नी सुजीता और नाबालिग बेटी अन्नया को लाभार्थी बनाकर  उनके खाते में चारे की रकम डालकर बंदरबांट कर रहे थे।


कस्बा नौगढ़ की प्रधान नीलम ओहरी ने अधिकारियों को लिखित रूप से बताया है  कि चिकित्सक और उसकी पत्नी समेत आधा दर्जन ऐसे लाभार्थियों का नाम है, जो हमारे ग्राम पंचायत की निवासी भी नहीं है। ‌

जिलाधिकारी के निर्देश पर चल रही जांच में सोमवार को डिप्टी सीएमओ बृजेश सिंह यूनियन बैंक में चिकित्सक की पत्नी और बेटी के खाते की पड़ताल किया था। मंगलवार को तहसीलदार राहुल सिंह जब पशु चिकित्सालय पर पहुंचे तो उनके पहुंचने से पहले ही चिकित्सक भाग गया। मोबाइल पर कॉल करने पर कोई जवाब नहीं मिला। मौजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भोले ने बताया कि कागजात और प्रपत्र डॉक्टर साहब ही रखते हैं।

 अब देखना है कि इस मामले में जिलाधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी किस तरह का निर्णय लेते हैं क्योंकि वह आरोपी अब जांच में भी सहयोग करता नहीं दिखाई दे रहा है।