बैनर लगाने के पहले ऐसी थी तैयारी, अच्छा हुआ कि प्रत्याशी डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय नहीं गए चंदौली कोट
 

चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा के विधायक व चंदौली नगर पंचायत के द्वारा उपेक्षित जिला मुख्यालय के पास के इस इलाके को चंदौली कोट के नाम से जाना जाता है।
 

चुनाव बहिष्कार का बैनर हटाने का कोई फर्क नहीं

धमकाने से युवाओं में बढ़ी नाराजगी

अब सोशल मीडिया पर होगा विरोध प्रदर्शन

कोतवाली पुलिस ने उतारा दिया बैनर

 चंदौली कोट में बढ़ रहा असंतोष 

 

चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा के विधायक व चंदौली नगर पंचायत के द्वारा उपेक्षित जिला मुख्यालय के पास के इस इलाके को चंदौली कोट के नाम से जाना जाता है। यहां के लोग आपसी रंजिश व फूट के कारण अलग अलग राजनीतिक धड़ों में बंटे हैं। इसीलिए यहां पर भगवान शंकर के मंदिर के पास बह रहे सीवर और नाली की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है और कुछ लोग इसे चुनाव से जोड़कर एक नया रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। 

ऐसा कहा जा रहा है कि दो तीन दिन पर चंदौली कोट में रहने वाले चंदौली नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन सुदर्शन सिंह के यहां चंदौली लोकसभा के मौजूदा सांसद व भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय का कार्यक्रम लग गया था, जिसके विरोध में यह रणनीति बनी थी कि इस मौके पर जब मौजूदा सांसद व भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय आएंगे तो इस समस्या के समाधान में अधिकारियों व भाजपा की डबल इंजन की सरकार की दिलचस्पी न होने का मामला उठाया जाएगा। साथ ही साथ उनके सामने विरोध होगा। लेकिन कोट के ही एक भाजपा कार्यकर्ता सियाराम सिंह उर्फ सरदार सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए व डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने 17 मई का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया। साथ ही कहा है कि वह जल्द ही शोकाकुल परिवार से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे।

इसी वजह से इलाके के कुछ नौजवानों ने मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है और अपने गांव में एक बैनर लगाते हुए जिले के तमाम राजनेताओं को आईना दिखाने की कोशिश की है।


 
 गांव के लोगों की नाराजगी है कि भारतीय जनता पार्टी की हिंदू धर्म और देवी देवताओं को प्रमोट करने वाली राजनीति के बावजूद भी इस मंदिर के पास वह रहे नाले की समस्या को कई बार विधायक और नगर पंचायत के सामने उठाने के बाद भी इसका कोई हल नहीं निकाला जा सका। इसीलिए गांव के नौजवानों ने नाले की समस्या की वजह से मतदान बहिष्कार का ऐलान किया है तथा गांव में वोट मांगने वाले आने के लिए आने वाले राजनेताओं को इस नाले के जल से आचमन करने की तैयारी की है।


  
आज इस मामले में चंद्रमोहन सिंह ने भी सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली और कहा कि संडास का पानी मंदिर के सामने लग रहा है। मुस्लिम टोला का पानी चंदौली कोट के शिव मन्दिर के सामने आए तो भी विरोध मत करो। अगर विरोध करोगे बैनर लगा कर तो मुकदमा दर्ज हो जायेगा।  पिछले दो साल से चन्दौली कोट के शिव मंदिर पर मुस्लिम टोला के संडास का गन्दा पानी लग रहा है, जो आने जाने वाले लोगों की पेरशानी का कारण बना है। इसी गंदे पानी से ही लोग शिव जी की पूजा के लिए जाते हैं। 

चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि कोतवाल साहब बैनर उखाड़ कर अपनी बहादुरी दिखाकर चले गए, लेकिन मतदान के दिन उनको पता चलेगा कि कितना वोट पड़ा है। विधायक रमेश जायसवाल समस्या सुनकर खामोश हो गए। नगर पंचायत बजट का रोना रो रही है। तो लोग किससे शिकायत करेंगे। वोट का बहिष्कार करने पर मुकदमा दर्ज होने की धमकी से हम लोग डरने वाले नहीं है। ऐसा लगता है कि ये केवल डराने वाली हिंदूवादी सरकार है, काम करने वाली होती तो नाली बन जाती और बहिष्कार भी न होता।