नंद बाबा दुग्ध मिशन की 3 योजनाओं का उठाएं लाभ, पशुपालकों को मिलेगा लाखों का अनुदान ​​​​​​​

चंदौली जिले के पशुपालक अब नंद बाबा दुग्ध मिशन विकास योजना से समृद्धि होंगे। साथ ही वह आर्थिक रूप से खुशहाल होंगे। योजना में पशुपालन, चारा काटने की मशीन से लेकर अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
 

नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत शुरू की गई तीन योजनाएं

इन योजनाओं से समृद्ध होंगे गोपालक

चारा काटने की मशीन से लेकर अन्य सुविधाएं कराई जाएगी मुहैया

पशुपालकों को मिलेगा इसके लिए आर्थिक अनुदान

चंदौली जिले के पशुपालक अब नंद बाबा दुग्ध मिशन विकास योजना से समृद्धि होंगे। साथ ही वह आर्थिक रूप से खुशहाल होंगे। योजना में पशुपालन, चारा काटने की मशीन से लेकर अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए पशुपालकों को आर्थिक अनुदान भी दिया जाएगा। योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालकों को 30 नवंबर तक आवेदन करना होगा। जिला स्तरीय समिति लाभार्थियों का चयन करेगी। 


आपको बता दें कि गोवंश संरक्षण व संवर्धन के साथ ही गोपालकों को मदद मुहैया कराने के उद्देश्य से नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत तीन विकास योजनाएं शुरू की गई है। इससे गोपालन को प्रोत्साहन के साथ पशुपालकों का आर्थिक विकास होगा।


 इसमें स्वदेशी गौ संवर्धन योजना में जिले को 24 इकाई स्थापित करने का लक्ष्य शासन की ओर से दिया गया है। इसमें 50 प्रतिशत यानि 12 इकाई का लक्ष्य महिलाओं को पूर्ण करना है। इस योजना की कुल अनुमानित लागत 2 लाख रुपये है। इसमें साहिवाल, हरियाणा, थारपारकर अथवा गिर नस्ल की 2 गायों का क्रय, ट्रांजिट बीमा, तीन वर्षों का पशु बीमा, चारा काटने की मशीन आदि के व्यय के रूप में 40 प्रतिशत यानि 80 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। गायों को प्रदेश के बाहर से क्रय करना होगा और निर्धारित नस्ल और मानक के अनुसार दुग्ध उत्पादक का होना अनिवार्य है। तीन वर्षों तक पालन करने का शपथ पत्र देना होगा।

 दूसरी नंदनी कृषक समृद्धि मिनी योजना है। इसमें 10 स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों का कय प्रदेश के बाहर से किया जाएगा। इस योजना में जिले को 4 इकाई स्थापित करने का लक्ष्य है। योजना की अनुमानित लागत करीब 23 लाख रुपये है। योजना में पशुबाड़ा निर्माण के लिए 0.2 एकड़ एवं चारा उत्पादन के लिए 0.8 एकड़ भूमि का होना अनिवार्य है। वहीं तीन वर्षों के लिए पशु बीमा कराना जरूरी है। योजना का 15 प्रतिशत यानि 3.54 लाख रुपये लाभार्थी की ओर से 35 प्रतिशत अर्थात 8.26 लाख रुपये बैक ऋण के रूप में एवं 50 प्रतिशत यानि 11 लाख 80 हजार रुपये अनुदान से प्राप्त होगा। गायों की नस्ल साहिवाल, गिर व थारपारकर एवं उन नस्लों के मानक के अनुरूप दुग्ध उत्पादक होना चाहिए। 


तीसरी मुख्यमंत्री पशुपालक प्रोत्साहन योजना के तहत हरियाणा, थारपारकर, साहिवाल, गिर एवं गंगातीरी नस्लों की उच्च उत्पादक गायों को 10 हजार एवं 15 हजार रुपये की प्रोत्साहन धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी जायेगी। योजना में 30 नवंबर तक आवेदन करने की तिथि निर्धारित की गई है। आवेदन पत्र किसी भी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय, पशु चिकित्साधिकारी के यहां जमा किया जा सकता है। प्राप्त आवेदनों का जिला स्तरीय समिति चयन करेगी। इसके बाद लाभार्थियों को सूचित कर लाभ दिया जाएगा।

इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महेश चंद्र ने बताया कि नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत तीन विकास योजनाएं शुरू की गयी है। इसमें स्वदेशी गौ संवर्धन योजना, नंदनी कृषक समृद्धि मिनी योजना और योजना मुख्यमंत्री पशुपालक प्रोत्साहन योजना शामिल है। इस योजना में इकाई स्थापित करते हुए गोपालन कर पशुपालकर आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। योजना में अधिक जानकारी के लिए नोडल अधिकारी एवं उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी सदर डा. जेके चौहान से संपर्क किया जा सकता है।

                                                                                                                                                                    Nand Baba