नौगढ़ में फिर मिला डुप्लीकेट टीचर, जानिए किस गांव के प्रधान ने पकड़ा, डीएम ने बैठा दी जांच
 

चंदौली जिले के नौगढ़ में शिक्षा व्यवस्था मजाक बन कर रह गई है। हेड मास्टर गैरहाजिर हैं तो उनके स्थान पर उसका भाई पढ़ा  रहा है।
 

नौगढ़ में फिर मिला डुप्लीकेट टीचर

गांव के प्रधान ने पकड़ा

डीएम ने बैठा दी जांच

चंदौली जिले के नौगढ़ में शिक्षा व्यवस्था मजाक बन कर रह गई है। हेड मास्टर गैरहाजिर हैं तो उनके स्थान पर उसका भाई पढ़ा  रहा है। पड़रिया में बहन ससुराल में रहती है तो उसका भाई दस्तखत बना रहा है। माध्यमिक विद्यालय गोलाबाद में भी डुप्लीकेट टीचर द्वारा पढ़ाया जा रहा है। कहीं कोई देखने वाला नहीं है। काफी दिनों से चल रहे इस मामले को उजागर करने हेतु परसिया गांव के प्रधान लाल बिहारी ने छापा डाला है। डीएम ने शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई और मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। 


चंदौली जिले में विकास खंड नौगढ़ के पूर्व  माध्यमिक विद्यालय परसिया पर नियुक्त हेड  मास्टर अखिलेश कुमार  अनाधिकृत रूप से गायब रहता है और काफी दिनों से अपने भाई को भेजकर शिक्षण कार्य कराता है। जांच पड़ताल हेतु ग्राम प्रधान लाल बिहारी के साथ गांव के लोग पहुंचे, तो हेड मास्टर के स्थान पर स्कूल में बैठा उसका भाई पढ़ाता  मिला। बताया कि मैं इस स्कूल का हेडमास्टर हूं। 


 आपको बता दें कि ग्राम प्रधान लाल बिहारी जब अपने मोबाइल से अधिकारियों को सूचित करने लगे तो वह स्कूल से भागने लगा। शिकायत के एक घंटे बाद विद्यालय पर जांच पड़ताल के लिए पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी अवधेश नारायण सिंह को विद्यालय में कोई स्टाफ नहीं मिला। जबकि यहां हेड मास्टर के अलावा एक सहायक अध्यापक सुभाष शेखर भी तैनात हैं।


 ग्राम प्रधान लाल बिहारी कोल तथा गांव के लोगों का कहना है कि हेड मास्टर के स्थान पर उसका भाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाता है और अपने को हेड मास्टर बताता है। जबकि हेड मास्टर चकिया में रहता और यहां स्कूल में उसका भाई  हेडमास्टर के रूप में पढ़ा रहा है।


निरीक्षण में काफी संख्या में गायब मिल रहे हैं अध्यापक


पिछले दिनों एबीएसए अवधेश नारायण सिंह के द्वारा प्राथमिक विद्यालय धौठवा और नर्वदापुर का औचक निरीक्षण किया गया था। इन विद्यालयों नियुक्त हेड मास्टर ओम नारायण यादव, बृजेश, अमन सिंह चंदेल व अन्य अध्यापक गायब मिले। यहां भी गांव के लोगों ने बताया था कि  प्रधानाध्यापक कभी नहीं आते। प्राथमिक विद्यालय परसिया के हेडमास्टर अखिलेश कुमार  से जब हकीकत पूछी गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।

 शिक्षकों को मिल रहा है अधिकारियों का संरक्षण


ग्रामीणों ने विद्यालयों के अध्यापकों से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ का आरोप लगाया है। कहा कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय परसिया में  छात्र 44 और छात्राओं की संख्या 43 है। वहीं नर्वदापुर में नामांकित छात्र 65 और छात्राओं की संख्या 69 है। प्राथमिक विद्यालय धौठवां में छात्राओं की संख्या 28 है।


इन विद्यालयों में नामांकन के मुकाबले बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। नर्वदापुर प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर और  सहायक अध्यापक महीने में केवल दो दिन आते हैं। जबकि धौठवा का भी यही हाल है। यहां नियुक्त हेड मास्टर ओम नारायण यादव अक्सर गायब रहते हैं। 


एबीएसए अवधेश नारायण सिंह बोले


 स्कूल से गायब रहने वाले हेड मास्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और उनसे जवाब मांगा जाएगा, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।


बीएसए सत्येंद्र सिंह बोले


 किसी भी हाल में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर हाल में शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी देनी हीं होगी। ऐसा नहीं करेंगे तो उन पर उचित कार्रवाई होगी।