सहकारी समिति खरौंझा पर खाद लेने के लिए किसानों की उमड़ी भीड़, कोविड गाइडलाइन की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां    

चंदौली जिले के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत सहकारी समिति खरौझा पर यूरिया खाद आने की सूचना मिलते ही मंगलवार की सुबह किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी।
 

शहाबगंज इलाके में किसान खाद के लिए खा रहे धक्के

जाने अनजाने में हो रहा है कोविड गाइडलाइन का भी उलंघन

           

चंदौली जिले के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत सहकारी समिति खरौझा पर यूरिया खाद आने की सूचना मिलते ही मंगलवार की सुबह किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। ठंड की परवाह किए बगैर किसान सुबह 8 बजे ही समिति पर आकर लाइन में लग गए। 3 घंटे बाद भी किसानों को खाद न मिलने पर हो-हल्ला मचने लगा। सूचना के 2 घंटे बाद पुलिस समिति पर पहुंची और धक्का-मुक्की खा रहे किसानों को लाइन लगवाकर खाद का वितरण शुरू कराया। इस दौरान भीड़ में बिना मास्क के कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जाती रही।


बता दें कि इन दिनों गेहूं की फसल के लिए यूरिया खाद की मांग तेज हो गई है। समिति पर मांग के अनुरूप खाद की उपलब्धता न होने के कारण बाजारों में उर्वरक की दुकानों पर यूरिया की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है। किसान ₹268 बोरी की जगह ₹500 बोरी तक खुले बाजारों में यूरिया को खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसी बीच समिति पर मंगलवार की सुबह यूरिया आने की सूचना मिलते ही किसान भारी संख्या में उमड़ पड़े। देखते ही देखते समिति पर भारी भीड़ जुट गई, लोग लाइन में खड़े होकर खाद लेने के लिए अपनी अपनी बारी का प्रतीक्षा करने लगे। 


जबकि दोपहर 12 बजे तक जिला कार्यालय द्वारा आईडी न मिलने के कारण खाद का वितरण शुरू नहीं हो पाया। जिससे किसान हो हल्ला मचाने लगे। सूचना मिलते ही किसान मजदूर नेता अजय राय तथा समिति के अध्यक्ष श्रीकांत कुशवाहा मौके पर पहुंच गए। और इफको के राजेश कुमार से बातचीत कर आईडी दिलवाकर वितरण शुरू कराया। तथा चकिया कोतवाली पुलिस को यहां की हालात से अवगत कराया। सूचना के बाद भी 2 घंटे देर से दोपहर में पहुंची पुलिस ने किसानों को लाइन में खड़ा कराकर बारी-बारी से खाद का वितरण शुरू कराया।


 समिति का प्रभार देख रहे विनय कुमार सिंह ने बताया कि समिति पर 1800 बोरी खाद आई हुई हैं जिसे किसानों में क्रमानुसार से वितरत किया गया है।