आंख बंद करके चंदौली में होती है कार्रवाई, महिला को पुरुष बनाकर किया चालान
 

पुलिस ने अपनी चलने रिपोर्ट में विधवा महिला को शांति व्यवस्था के लिए एक खतरा कहा है। इसी आधार पर उप जिलाधिकारी सकलडीहा ने यह आदेश जारी कर दिया है।

 

महिला को पुरुष बनाकर चंदौली पुलिस ने भेजा चालान

या फिर एसडीएम साहब के आफिस में हो गया खेल

विधवा महिला को पुरुष बनाकर किया गया है तलब

वाह रे सकलडीहा के एसडीएम साहब 

चंदौली जिले की पुलिस और यहां के अधिकारियों की महिमा अपरंपार है। ये लोग कई बार ऐसी कार्रावई आंख मूंद कर कर अपने लापरवाह व कामचोर मातहतों के इशारे पर कर देते हैं, जिससे महकमे की किरकिरी होनी स्वाभाविक है। एक ऐसा ही मामला चंदौली कोतवाली पुलिस से जुड़ा हुआ है, जिसमें पैत्रिक खेत और संपत्ति के बंटवारे के विवाद में राम लोचन  विश्वकर्मा और श्रीमती उमा शर्मा के विवाद में महिला को पुरुष बना दिया गया है और उसकी चलानी रिपोर्ट भी भेज दी गई है।

 इतना ही नहीं विधवा महिला को पुरुष बनाकर चंदौली जिले की सकलडीहा तहसील के उप जिला मजिस्ट्रेट ने 9 अक्टूबर को उनकी कोर्ट में पेश होकर जमानत कराने का भी निर्देश दिया है, जिसके लिए उसे महिला को एक-एक लाख रुपया की दो जमानतदार और उतने ही धनराशि का बांड भी दाखिल करना है।

 पुलिस ने अपनी चालान रिपोर्ट में विधवा महिला को शांति व्यवस्था के लिए एक खतरा कहा है। इसी आधार पर उप जिलाधिकारी सकलडीहा ने यह आदेश जारी कर दिया है।

 पुलिस के द्वारा की गई कार्यवाही पर आंख बंद करके एसडीएम ने भी आदेश जारी कर दिया है। अब इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री तथा पुलिस के आला अधिकारियों के साथ-साथ जिला प्रशासन को भी उनके मातहतों की हरकत से अवगत कराया जा रहा है।

आरोपी बनायी गयी महिला के घर कोई पुरुष नहीं है। महिला के पति की 2015 में ही मौत हो चुकी  है। सेना में तैनात उसके पति  सड़क दुर्घटना में मारे गए थे। मामले में  49  साल की विधवा को पुरुष आरोपी बनाकर चालान कर दिया गया है। उक्त महिला का नाम श्रीमती उमा शर्मा पत्नी स्व. बंशीराम शर्मा और नोटिस पर उसको उमा शर्मा पुत्र स्व. बंशी राम विश्वकर्मा बनाकर साहब ने तलब किया है। ऐसा कैसे हो सकता है कि अब महिला पुरुष आरोपी बनकर साहब की कोर्ट में जाए।