जब तक किसी पर हमला नहीं करेगा तब तक मगरमच्छ को नहीं पकड़ेगी वन विभाग की टीम
 

दो दिन बीत गए बार-बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाकर ग्रामीण थक चुके हैं जिससे लगता है कि वन विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार मे है जिसके कारण आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
 

हादसे के बाद ही जागते हैं वन विभाग के लोग

दो दिनों बाद भी मगरमच्छ पकड़ने की दिशा में नहीं किया कोई पहल

ग्रामीण आंदोलन करने के लिए कर रहे हैं अपनी तैयारी

चंदौली जिला के चकिया कोतवाली क्षेत्र के फिरोजपुर गांव के तालाब में सोमवार को लगभग 10 फीट लंबा मगरमच्छ देखे जाने के दो दिन बाद भी वन विभाग ने उसे पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं किया, जिससे लगता है कि वन विभाग किसी हादसे का इंतजार कर रहा है वही वन विभाग की नाकामी को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। साथ ही वन विभाग के खिलाफ आंदोलन करने का मूड बना चुके हैं। फिलहाल लोगों ने चेतावनी दिया है कि 24 घंटे के अंदर अगर विभाग जाल लगाकर मगरमच्छ पकड़ने की दिशा में कार्रवाई नहीं करता है तो वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।

बता दें कि फिरोजपुर गांव के मुख्य बस्ती में बड़ा तालाब है। तालाब के पास से ही आने-जाने का मुख्य रास्ता होने के कारण आसपास के लोगों का आना-जाना बराबर लगा रहता है। सोमवार की सुबह स्कूल जाते वक्त बच्चों ने मगरमच्छ को तालाब से बाहर निकलते हुए देखा तो दौड़कर शोर मचाते हुए घर वालों को बताया था जिस पर आसपास के लोग किसी अनहोनी के डर से तालाब पर पहरा देने लगे हैं।

 वहीं गांव के तालाब में मगरमच्छ देखे जाने की सूचना चकिया वन विभाग कार्यालय को दी गई थी। दूसरे दिन वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर गए मगर मगरमच्छ पकड़ने के प्रति उनका रवैया ठीक नहीं रहा और वह उल्टे ग्रामीणों पर धौंस जमाते हुए कहने लगे कि जब तक तालाब का पूरा पानी खाली नहीं होगा हम मगरमच्छ पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करेंगे जबकि मौके पर मौजूद ग्रामीणों  में सुभाष चंद्र मौर्य, श्याम नारायण, भोला मौर्य, जवाहर मौर्य, शिवनारायण मौर्य, रमेश मौर्य,रीनू देबी आदि का कहना है कि तालाब में जाल लगाकर मगरमच्छ को पकड़ने की करवाई की जाती तो निश्चित ही सफलता हाथ लगती लेकिन विभागीय कर्मचारियों ने ग्रामीणों की एक भी नहीं सुनी और वापस लौट आए।

दो दिन बीत गए बार-बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाकर ग्रामीण थक चुके हैं जिससे लगता है कि वन विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार मे है जिसके कारण आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभागीय उदासीनता से परेशान ग्रामीण लामबंद होकर आंदोलन का मूड बना रहे हैं अगर 24 घंटे के अंदर वन विभाग मगरमच्छ पकड़ने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं किया तो उसके बाद किसी भी क्षण ग्रामीण सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।