अब ड्रोन के जरिए होगा फसलों पर कीटनाशक उर्वरकों का छिड़काव, बन गयी जिले की नंबर 1 FPO

जिले में पहली बार खेती में उसका उपयोग होगा। एफपीओ के निदेशक देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इसे चलाने के लिए पानीपत जाकर 5 दिन का प्रशिक्षण भी लिया था, ताकि इसका बेहतर उपयोग कर सकें।
 

FPO  को 40 प्रतिशत अनुदान पर मिला द्रोण

पहले आओ पहले पाओ के आधार पर हुआ सेलेक्शन

आप भी लाभ लेने के लिए FPO से कर सकते संपर्क

चंदौली जिले में अब किसान ड्रोन से फसलों पर कीटनाशक और उर्वरकों का छिड़काव करा सकेंगे। इसके लिए जिले को 40 प्रतिशत अनुदान पर ड्रोन मिला है। कृषि विभाग की ओर से लक्ष्य के एक मात्र ड्रोन के लिए एफपीओ राधे एग्रो फामर्स प्रोड्यूसर कंपनी ने आवेदन किया था, जिसको पहले आओ पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध करा दिया गया है।
बताते चले कि कृषि विभाग की ओर से जिले में इस वर्ष पहली बार अनुदान ड्रोन के लिए भी मांगा गया था। आवेदन करने वाले एफपीओ ने कहा कि उनको इसकी जरूरत है, ताकि किसान ड्रोन के माध्यम से फसलों पर कीटनाशक उर्वरकों का छिड़काव कर सकें।


एफपीओ के निदेशक देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पिछले माह पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर आवेदन मांगा गया था। 10 लाख 55 हजार 250 रुपये की लागत से जिले को पहला ड्रोन किसान को मिला है। इससे एफपीओ के 300 से अधिक किसानों के खेतों में कीटनाशक और तरल उरर्वक का छिड़काव किया जाएगा।
जिले में पहली बार खेती में उसका उपयोग होगा। एफपीओ के निदेशक देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इसे चलाने के लिए पानीपत जाकर 5 दिन का प्रशिक्षण भी लिया था, ताकि इसका बेहतर उपयोग कर सकें।
वहीं जिला कृषि अधिकारी स्नेह प्रभा ने कहा कि 40 प्रतिशत अनुदान पर राधे एग्रो फामर्स प्रोड्यूसर कंपनी को द्रोण दिया गया है। इसका उपयोग किसान खेती बारी में करेंगे।