NEET-JEE की फ्री तैयारी करने का मौका, यहां ले सकते हैं एडमिशन
नीट-जेईई की परीक्षा की करें निःशुल्क तैयारी
इंजीनियर-डॉक्टर बनने की तैयारी करने का मौका
डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना कर साकार
चंदौली जिले के जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना रखने वाले जनपद के सभी विद्यार्थियों के सपने को साकार करने हेतु जिला समाज कल्याण विभाग चंदौली द्वारा मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का संचालन किया जा रहा है।
आपको बता दें कि इस योजना के तहत जनपद के ऐसे सभी विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी जो कक्षा-11 या 12 में अध्ययनरत/उर्त्तीण है, पात्र होगें। इस योजना के तहत एडमिशन लेने वाले सभी विद्यार्थियों को निम्न सुविधायें दी जायेंगी।
1- क्लासेस-जिसके तहत योग्य विषय विशेषज्ञों द्वारा सम्पूर्ण सेलेबस को पूरा कराया जाएगा।
2- साप्ताहिक/पाक्षिक स्तर पर नियमित टेस्ट/डिस्कशन
3- सभी आवश्यक पुस्तकों सहित लाइब्रेरी सुविधा।
4- ई-लर्निंग की सुविधा।
5- समय-समय पर जनपद स्तर के अधिकारियों एवं सेलेक्टेड विद्यार्थियों द्वारा मार्गदर्शन।
वहीं आपको बता दें कि उपर्युक्त सभी सुविधाएं विद्यार्थियों को निःशुल्क दी जायेंगी। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत एडमिशन प्राप्त करने हेतु छात्रों को अपने सभी प्रमाण पत्र के साथ दिनांक- 12.08.2024 (सोमवार) को अभ्युदय कोचिंग सेन्टर लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय- नियामताबाद में सुबह 11ः00 से शाम 5ः00 बजे तक अपने अभिभावकों के साथ उपस्थित होना होगा।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजनान्तर्गत अध्यापन कार्य हेतु योग्य अनुभवी एवं प्रोफेशनल विषय विशेषज्ञों की सेवायें अतिथि व्याख्याता के रूप में ली जायेंगी। योग्य एवं अनुभवी विषय विशेषज्ञों को जिला स्तर पर विशेषज्ञ चयन समिति के अनुशंसा से परीक्षण व्याख्यान, ट्रायल लेक्चर के उपरान्त सूचीबद्ध किया जायेगा। शैक्षिक सत्र-2024-25 हेतु निम्न अतिथि प्रवक्ता वा विषय विशेषज्ञों की आवश्यकता है।
1- कोर्स का नाम (NEET)/जे0ई0ई0(JEE)
विषय का नाम- गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान,
जीव विज्ञान
अर्हता - सम्बन्धित विषय में साथ 60% अंकों के साथ
B.Tech/M.Tech/ परास्नातक परीक्षा उत्तीर्ण। किसी प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान में सम्बन्धित परीक्षा में कम से कम तीन वर्ष का अध्यापन अनुभव M.Tech /Ph.D/सम्बन्धित परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों को वरीयता दी जायेगी।
2- कोर्स का नाम UPSC/UPPSC (सिविल सेवा परीक्षा)
विषय का नाम- नीतिशास्त्र, भूगोल, पर्यावरण एवं आपदा प्रबंधन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश विशेष, करेन्ट अफेयर्स, सी-सैट (अंग्रेजी) UPSC UPPSC (सिविल सेवा परीक्षा) में साक्षात्कार अथवा दो बार से अधिक मुख्य परीक्षा दिया हो। सम्बन्धित विषय में साथ 60% अंकों के साथ परास्नातक परीक्षा उत्तीर्ण। किसी प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान में सम्बन्धित परीक्षा में कम से कम तीन वर्ष का अध्यापन अनुभव। किसी महाविद्यालय में सम्बन्धित विषय में कम से कम पिछले तीन वर्ष से अध्यापन का अनुभव।