शहाबगंज में नि:शुल्क चिकित्सा कैंप: हर 15 दिन में ग्रामीणों को मिलेगा मुफ्त इलाज, डॉक्टर ने दी ठंड से बचाव की सलाह
चंदौली के बनरसिया गांव में स्वास्थ्य शिविर के जरिए 36 ग्रामीणों को नि:शुल्क परामर्श और दवाइयां प्रदान की गईं। हंस द फाउंडेशन की इस पहल से अब हर 15 दिन में ग्रामीणों को घर के पास ही बेहतर इलाज मिल सकेगा।
नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का सफल आयोजन
36 मरीजों की विभिन्न रोगों की जांच
दवाइयों का किया गया मुफ्त वितरण
हर 15 दिन में लगेगा नियमित कैंप
उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद अंतर्गत शहाबगंज विकासखंड के बनरसिया गांव में गुरुवार को स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए एक सराहनीय कदम उठाया गया। हंस द फाउंडेशन के माध्यम से आयोजित एक विशेष नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को चिकित्सीय परामर्श और उपचार उपलब्ध कराया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य उन ग्रामीणों तक पहुंचना था, जो आर्थिक या अन्य कारणों से शहर के बड़े अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाते हैं। शिविर के दौरान कुल 36 ग्रामीणों ने अपनी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर पंजीकरण कराया और विशेषज्ञ डॉक्टरों से जांच करवाई।
गंभीर बीमारियों की हुई मुफ्त जांच
शिविर में आए मरीजों की विभिन्न रोगों से संबंधित गहन जांच की गई। चिकित्सा टीम ने मुख्य रूप से जुकाम, बुखार, ब्लड प्रेशर, अस्थमा और शुगर जैसे रोगों का परीक्षण किया। इसके अलावा, बदलते मौसम के कारण होने वाली खांसी और चर्म रोगों जैसे दाद, खाज व खुजली के मरीजों की भी बड़ी संख्या देखी गई। जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सभी 36 मरीजों को फाउंडेशन की ओर से आवश्यक दवाइयों का नि:शुल्क वितरण किया गया। डॉक्टरों ने मरीजों को समझाया कि बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए दवाइयों का कोर्स पूरा करना और नियमित अंतराल पर जांच कराना अत्यंत आवश्यक है।
बढ़ती ठंड और सावधानी पर डॉक्टर की सलाह
शिविर में मुख्य रूप से मौजूद डॉ. के. के. वर्मा ने वर्तमान में हो रहे मौसम परिवर्तन और बढ़ती ठंड को लेकर ग्रामीणों को सचेत किया। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में जरा सी लापरवाही स्वास्थ्य को गंभीर रूप से बिगाड़ सकती है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें, आहार में पौष्टिक चीजें शामिल करें और व्यक्तिगत साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। डॉक्टर वर्मा ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि ग्रामीणों की सुविधा के लिए यह स्वास्थ्य शिविर अब प्रत्येक 15 दिन में एक बार बनरसिया गांव में आयोजित किया जाएगा, जिससे बीमारियों की पहचान और इलाज शुरुआती स्तर पर ही संभव हो सके।
स्वास्थ्य कर्मियों की टीम रही मुस्तैद
इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। शिविर के दौरान फार्मासिस्ट विवेक त्रिपाठी ने दवाइयों के वितरण की जिम्मेदारी संभाली, जबकि एसपीओ नीलिमा पटेल और प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अमित द्विवेदी ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। साथ ही जीतलाल और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीजों की थर्मल स्क्रीनिंग और पंजीकरण में सहयोग किया। स्थानीय ग्रामीणों ने फाउंडेशन की इस नियमित पहल की सराहना की है, क्योंकि इससे उन्हें इलाज के लिए अब दूर-दराज के क्षेत्रों या प्राइवेट क्लीनिकों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।