न जाने कब पूरा होगा यह पुल, 10 साल से बांट जोह रहे हैं लोग ​​​​​​​

चंदौली जिले को दो जनपदों से जोड़ने के लिए अमरा दक्षिणी गांव के पास गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल अभी भी अधूरा है। वर्ष 2014-15 में पुल निर्माण के लिए 3.03 करोड़ के बजट की मंजूरी मिली तो वर्ष 2016 में लोक निर्माण विभाग ने नए पुल का निर्माण शुरू कराया
 

3 करोड़ के बजट के बाद भी नहीं पूरा हुआ काम

गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल अभी भी अधूरा

रिवाइज हो रहा है इस्टीमेट

चंदौली जिले को दो जनपदों से जोड़ने के लिए अमरा दक्षिणी गांव के पास गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल अभी भी अधूरा है। वर्ष 2014-15 में पुल निर्माण के लिए 3.03 करोड़ के बजट की मंजूरी मिली तो वर्ष 2016 में लोक निर्माण विभाग ने नए पुल का निर्माण शुरू कराया, लेकिन बाद में कार्य रुक गया और आवंटित राशि भी खर्च हो गई। इस स्थित में पुराना पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है और संकरा भी है। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बाढ़ व बारिश में तो आवागमन भी ठप हो जाता है। 


आपको बता दें कि कैबिनेट में नदी पर नए पुल निर्माण की स्वीकृति मिली तो लोगों को लगा कि मीरजापुर, सोनभद्र के साथ ही मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ के लिए इस पुल से आवागमन में सुविधा होगी। 54 मीटर लंबे पुल के लिए शासन ने शुरुआती दौर में डेढ़ करोड़ रुपये अवमुक्त भी कर दिए थे और वर्ष 2016 में निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया गया। काम प्रगति पर होने के साथ ही शेष धनराशि भी कार्यदायी संस्था लोनिवि को मिल गई, सामग्री मूल्य में वृद्धि को कारण बताकर संस्था ने काम बंद कर दिया।  


इसके बाद पुल के अधूरे कार्यों के लिए विभाग ने दो बार एस्टीमेट (आकलन) बनाकर शासन को भेजा, लेकिन स्वीकृत नहीं हुआ। इस पुल के साथ शहाबगंज में कर्मनाशा नदी पर भी पुल का निर्माण प्रारंभ हुआ था, जिस पर आज आवागमन हो रहा है, लेकिन इस पुल के अधूरे कार्यों को पूरा कराने के नए एस्टीमेट को स्वीकृति किन परिस्थितियों में नहीं मिली, इसे लेकर सवाल खड़ा होने लगा है। 


विभाग का कहना है कि शासन को लागत बढ़ाकर रिवाइस एस्टीमेट भेजा गया था, जिसे शासन ने वापस कर दिया है। पहुंच मार्ग के लिए मुआवजा आदि की आपत्ति लगाई है। एस्टीमेट भेजा जाएगा। 


पुराने पुल पर भारी वाहनों के संचालन पर है प्रतिबंध:


पुराना पुल कमजोर व क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे इस पर भारी वाहनों के संचालन पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। वाहनों को अदलहाट की ओर से ले जाना पड़ता है। चकिया, शिकारगंज के दर्जनों गांव का मुख्य बाजार अहरौरा है। किसी को भवन आदि निर्माण के लिए ट्रकों से थोक में गिट्टी, बालू आदि ले आने में कीमत अधिक चुकानी पड़ रही है ।


इस सम्बंध में भाजपा विधायक कैलाश खरवार का कहना है कि पुल का निर्माण पूर्ण कराने का प्रयास कर रहा हूं। विभाग से इस संबंध में वार्ता कर शेष कार्य पूरा कराने का काम किया जाएगा। 


वही सपा की पूर्व विधायक पूनम सोनकर ने कहा कि मेरे प्रयास से अमरा दक्षिणी व शहाबगंज में नदी पर पुल स्वीकृत हुए था। शहाबगंज के पुल पर आवागमन हो रहा है।


वही प्रभारी उप जिलाधिकारी व तहसीलदार सुरेशचंद्र शुक्ल ने बताया कि चकिया तहसील के अमरा दक्षिणी गांव में पुल अधूरा पड़ा है। जिसे लेकर डीएम से वार्ता कर कार्य पूर्ण कराने का प्रयास होगा।